शहर के नए गांवों में 28.95 करोड़ से स्थापित होंगी नई पेयजल योजनाएं।नगर निगम मंडी क्षेत्र में जोड़े गए नए गांवों में पेयजल योजनाएं स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार ने 28.95 करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दे रही है।अब इन ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी शहरी मापदंड के अनुसार 135 लीटर पेयजल की सुविधा मिलेगी, जिससे इन क्षेत्रों में अब पानी की कोई भी किल्लत नहीं रहेगी। बता दें कि प्रदेश सरकार की ओर से इन पेयजल योजनाओं के लिए बजट को मंजूरी तो दे दी है, लेकिन यह बजट आचार संहिता के बाद ही जल शक्ति विभाग को मिल पाएगा, जिसके बाद भी विभाग इन योजनाओं के टेंडर कर सकेगा। इस कारण शहर के लोगों को इस सुविधा के लिए कुछ समय और इंतजार करना पड़ेगा।
बता दें कि नगर निगम मंडी में शहर के आसपास की 11 पंचायतों को शामिल किए गए दो वर्षों से भी अधिक समय हो चुका है, लेकिन अभी तक भी इन ग्रामीणों क्षेत्रों के लोगों को शहरी मापदंडों के अनुसार सुविधाएं नहीं मिल पाई हंै, जिससे ग्रामीणों को भारी रोष है। इसके अलावा सीवरेज की सुविधा से पहले इन क्षेत्रों में पेयजल सुविधा का होना अति आवश्यक है। क्योंकि अगर पानी की सुविधा न होने पर भी सीवरेज सुविधा विभाग देता है तो पानी की किल्लत से सीवरेज में ब्लॉकेज की दिक्कत रहनी थी।
इन छह स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे प्रोजेक्ट
जल शक्ति विभाग ने नगर निगम में शामिल पंचायतों में पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सर्वे में पांच स्थानों पर पेयजल स्रोत ढूंढ़े हैं, जिसमें वार्ड खलियार, बाड़ी, सन्यारड़ी, शिलाकीपड़, दौंधी व बैहना शामिल है, जिसमें से वार्ड खलियार, बाड़ी, सन्यारड़ी, शिलाकीपड़ के कुछ हिस्से में ज्यादा पेयजल किल्लत है और दौंधी व बैहना का पूरे क्षेत्र में पेयजल किल्लत रहती है, जिसके चलते इन स्थानों को जल शक्ति विभाग ने सरकार की अमृत 2.0 मुहिम में डाला है।
सरकार से बजट को मिली स्वीकृति
वहीं, जल शक्ति विभाग मंडी के एक्सईएन ईं. राकेश ठाकुर ने कहा कि शहर में जोड़े गए नए गांवों में पेयजल योजनाएं स्थापित करने के लिए 28.95 करोड़ रुपए के बजट की मंजूरी मिल गई है। इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव जल शक्ति विभाग ने केंद्र सरकार द्वारा शहरी क्षेत्रों के विकास के लिए शुरू किए गए अटल मिशन अमृत-2.0 में प्रस्ताव डाला है। इन योजनाओं के लिए बजट आचार संहिता के बाद ही मिल पाएगा, जिसके बाद भी टेंडर होंगे।
सीवरेज को चाहिए 135 लीटर प्रति व्यक्ति पानी
गौर हो कि शहर में जोड़े गए नये ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सीवरेज सुविधा से पहले पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। जिसमें प्रति व्यक्ति को 135 लीटर पानी प्रदान किया जाएगा। जिसके बाद सीवरेज सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। जिससे पानी की कमी के कारण सीवरेज में किसी प्रकार की ब्लॉकेज व समस्या न आएं। बता दें कि नगर निगम मंडी में इन गांवों के शामिल करने से पहले ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को विभाग 70 लीटर प्रति व्यक्ति के हिसाब से पेयजल की आपूर्ति कर रहा है।
http://dhunt.in/DT5Bx?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “Divya Himachal”