हिमाचल में पिछली बार किस दल को मिला था किस वर्ग का साथ, आंकड़ों से समझिए। हिमाचल विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है, सभी दल अपनी-अपनी जीत के लिए जोड़ तोड़ में लगे है, रणनीति तैयार की जा रही है ताकि चुनावी समर के इस युद्ध क्षेत्र में जीत हासिल की जा सके. हिमाचल में जीत का सबसे बड़ा फैक्टर जाति आधारित रहता है, राजनीतिक दलों की ओर से घोषित की गई उम्मीदवारों की सूची में भी ये झलक रहा है, सभी ने जातीय समीकरण को साधने की कोशिश की है, हालांकि एक और फैक्टर है जो चुनाव को प्रभावित करता है वो है विभिन्न आय वर्गों का.आइए जानते हैं कि 2017 में किस आय वर्ग के लोगों ने किस दल को सबसे ज्यादा पसंद किया था. यह आंकड़े पिछले चुनाव के बाद सीएसडीएस की ओर से कराए गए सर्वे पर आधारित हैं. सबसे पहले समझते हैं हिमाचल का चुनावी गणित, यहां 68 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं, इनमें से जो दल 35 सीटें जीत लेगा उसकी सरकार बन जाएगी. यदि उपचुनावों का आंकड़ा मिला हैं तो वर्तमान में बीजेपी यहां 43 सीटों पर काबिज है, जबकि कांग्रेस के खाते में 22 सीटें दर्ज हैं. देखना दिलचस्प होगा कि हिमाचल की राजनीति में इस बार कौन सा दल बाजी मारता है. आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले चुनाव में गरीब और निम्न तबका भाजपा के साथ नजर आया था. कांग्रेस को भी गरीब तबके के वोट मिले थे, लेकिन बीजेपी की अपेक्षा वह कम थे. खास बात ये है कि गरीब और निम्न वर्ग का अधिकांश वोट सिर्फ भाजपा और कांग्रेस के बीच ही बंटा था.
हिमाचल चुनाव 2017 में धनाड्य वर्ग कांग्रेस के साथ नजर आया था. कांग्रेस को धनाड्य वर्ग के 45% वोट मिले थे, हालांकि बीजेपी भी ज्यादा पीछे नहीं रही थी और 43 % वोट हासिल करने में सफल रही थी. मध्य वर्ग की पहली पसंद बीजेपी ही थी. हिमाचल में हर बार तकरीबन 75 फीसद मतदान होता है, पिछले बार विधानसभा चुनाव में यहां 74% वोट पड़े थे, वोट शेयर की बात करें तो इनमें सबसे ज्यादा 48.79% वोट शेयर भाजपा को मिला था, दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस को 41.68% वोट शेयर हासिल हुआ था.
http://dhunt.in/Eds4z?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “TV9 Bharatvarsh”