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मंडी, 6 अगस्त। अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने खाद्य सुरक्षा व स्वास्थ्य विभाग को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण के अंतर्गत लोगों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने एवं इसके तय मानक को बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा है। वह शनिवार को यहां आयोजित खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के कार्यान्वयन को लेकर गठित जिला स्तरीय सलाहकार समिति की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में सदस्य सचिव एवं सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एन.डी. ठाकुर ने समिति के समक्ष समीक्षा के लिए मदवार एजेंडा रखा।
बैठक की समीक्षा करते हुए जतिन लाल ने कहा कि संबंधित विभाग जिले में सभी पवित्र स्थानों और धार्मिक समारोहों इत्यादि के दौरान आधारभूत खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता के अंतर्गत जागरूकता लाना सुनिश्चित बनाएं। जिले में एफएसएसएआई के प्रोजेक्ट भोग के तहत मंदिरों में मिलने वाले प्रसाद व भोग सामग्री की गुणवत्ता सुनिश्चित करें। इसके तहत जिले के उन सभी धार्मिक स्थलों को लाया गया है जहां लंगर की व्यवस्था है। प्रोजेक्ट भोग के तहत धार्मिक स्थलों पर गुणवत्तापरक शुद्ध प्रसाद प्रदान करने पर बल दिया जाता है। जिले में स्वच्छ स्ट्रीट फूड पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने अधिकरियों को निर्देश दिए कि खाद्य सुरक्षा मानकों का ठीक से पालन करने वाले खाद्य प्रतिष्ठानों, खाद्य सामग्री बेचने वाली दुकानों व रेहड़ी-फड़ी पर फूड सेफ्टी के प्रमाण पत्र लगवाना तय बनाएं।
जतिन लाल ने कहा कि जिले में एफएसएसएआई के नेतृत्व में ‘ईट राइट कैंपस’ को सफल बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करें। इस पहल का उद्देश्य स्कूलों, विश्वविद्यालयों, काॅलेजों, कार्यस्थलों, अस्पतालों जैसे परिसरों में सुरक्षित, स्वस्थ भोजन को बढ़ावा देना है। इसका उद्देश्य लोगों और ग्राहक के स्वास्थ्य में सुधार करना और राष्ट्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी देवेन्द्र शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी मंडी कल्याण चन्द ठाकुर, प्रबंधक डीआईसी विनय वर्मा, जिला कृषि अधिकारी मंडी नवीन खोसला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।