रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने दिनांक 02 नवंबर, 2022 को ओडिशा के तट पर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से लार्ज किल एल्टीट्यूड ब्रैकेट के साथ फेज़- II बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (बीएमडी) इंटरसेप्टर एडी-1 मिसाइल का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया । अलग-अलग स्थानों पर स्थित बीएमडी हथियार प्रणाली के सभी अंगों की भागीदारी के साथ यह उड़ान परीक्षण किया गया था ।
एडी-1 एक लंबी दूरी की इंटरसेप्टर मिसाइल है जिसे लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ-साथ विमानों के लो एक्सो-एटमॉस्फेरिक और एंडो-एटमॉस्फेरिक इंटरसेप्शन दोनों के लिए डिज़ाइन किया गया है । यह दो चरणों वाली सॉलिड मोटर द्वारा संचालित है और मिसाइल का लक्ष्य तक सटीक रूप से मार्गदर्शन करने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित उन्नत नियंत्रण प्रणाली, नेविगेशन और गाइडेंस एल्गोरिदम से लैस है ।
इस उड़ान-परीक्षण के दौरान सभी उप-प्रणालियों ने अपेक्षाओं के अनुसार प्रदर्शन किया और उनका सत्यापन फ्लाइट डेटा को कैप्चर करने के लिए तैनात रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग स्टेशनों सहित अनेक रेंज सेंसर द्वारा कैप्चर किए गए डेटा द्वारा किया गया ।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने एडी-1 के सफल उड़ान परीक्षण से जुड़ी डीआरडीओ तथा अन्य टीमों को बधाई दी । उन्होंने इसे दुनिया के बहुत कम देशों के पास उपलब्ध उन्नत तकनीकों के साथ एक अनूठी तरह का इंटरसेप्टर करार दिया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह देश की बीएमडी क्षमता को और अधिक मजबूत करेगा।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने इस सफल परीक्षण पर अपनी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह इंटरसेप्टर उपयोगकर्ताओं को बढ़िया अभियानगत लचीलापन मुहैया कराएगा और अलग-अलग प्रकार के कई लक्ष्यों पर निशाना साधने की क्षमता रखता है ।