दिलचस्प जानकारी : कितनी कमाई पर तय होता है अमीर-गरीबी, कौन आता है मिडिल क्लास में, चेक करें।देश में जो नागरिकों की जो आय हैं। उसके आधार पर उनका एक स्टेटस तय किया जाता हैं। लोगों के अमीर, मध्यम और गरीब वर्ग की जो श्रेणी हैं। इसी के आधार पर तय की जाती हैं।
इसी पर एक ताजा सर्वे आया हैं, जिसके अनुसार देश में मध्यम वर्ग और मिडिल क्लास की जो संख्या हैं। वो काफी तेजी से बढ़ रही हैं। देश में आजादी के 100 वर्ष पूरे होने के वक्त देश की लगभग दो-तिहाई जनसंख्या जो हैं। वो मध्यम वर्ग की होगी। अमीरों को एक मलाईदार श्रेणी भी होगी, मगर राहत की बात होगी। कि गरीबों की संख्या हैं। उसमें कमी आयेगी। चलिए जानते हैं इस के अनुसार, कितनी आय वाले को अमीर, मध्यम और निराश्रितों की श्रेणी में रखे गए हैं।
आप कितनी कमाई होने पर अमीर कहलाएंगे
पीपुल रिसर्च ऑन इंडियाज कंज्यूमर इकोनॉमी (प्राइस) ने वर्ष 2020-21 की कीमतों के आधार पर परिवारों के सालाना आय के अनुसार, जो आर्थिक स्टेटस की श्रेणियां हैं। उसको विभाजित की हैं, उसके मुताबिक, 30 लाख रूपये से ज्यादा आय वर्ग वाले जो लोग हैं। उनको अमीर वर्ग में माना गया हैं। यदि हम प्रतिशत के हिसाब से देखते हैं, तो देश में अमीर वर्ग की तस्वीर (देश की कुल जनसंख्या में) कुछ इस तरह से बनती है- परिवार 3 प्रतिशत, आबादी 4 प्रतिशत, आमदनी 23 प्रतिशत, खर्च 17 प्रतिशत, बचत 43 प्रतिशत।
कितना कमाते हैं मिडिल क्लास वाले लोग
अगर हम मिडिल क्लास के आंकड़े देखते हैं तो मध्यम वर्ग की जो जनसंख्या हैं। वो लगातार बढ़ती जा रही हैं। देश की यह समृद्धि का संकेत है। जो मध्यम वर्ग के लोग हैं। उसमें उन लोगों को शामिल किया गया हैं। जिन लोगों जो वार्षिक इनकम हैं। वो 5 से 30 लाख रूपये के बीच हैं। यदि हम प्रतिशत के हिसाब से देखते हैं, तो देश में मिडिल क्लास की तस्वीर (देश की कुल जनसंख्या में) कुछ इस तरह से बनती है- परिवार 30 प्रतिशत, आबादी 31 प्रतिशत, आमदनी 50 प्रतिशत, खर्च 48 प्रतिशत।
कौन हैं देश का आकांक्षी वर्ग
प्राइस ने मिडिल क्लास के बाद जो हैं वो आकांक्षी श्रेणी की जनसंख्या को रखा है। ये वो लोग हैं। जिनकी वार्षिक आय 1.25 से 5 लाख रूपये के बीच हैं। प्रतिशत के हिसाब से देखे तो परिवार- 52 प्रतिशत, आबादी- 52 प्रतिशत, आमदनी- 25 प्रतिशत, खर्च- 32 प्रतिशत, बचत- 1 प्रतिशत।
कोई बचत नहीं होती निराश्रितों की -रिपोर्ट
जिन वर्ग को सबसे आखिरी में रख गया हैं वो निराश्रित वर्ग हैं। इनकी जो वार्षिक आय हैं वो 1.25 लाख रूपये से कम हैं। प्रतिशत से हिसाब से देखे तो परिवार- 15 प्रतिशत, आबादी- 13 प्रतिशत, आमदनी- 2 प्रतिशत, खर्च- 3, बचत- 0 प्रतिशत।
http://dhunt.in/EHB9S?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “Good Returns”