सात हजार करोड़ का बनेगा चक्की से मंडी लेन: गड़करी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार 2024 से पहले दो लाख करोड़ की सड़कों का काम पूरा करेगी। कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के बगली रोड में विजय संकल्प रैली में उन्होंने कहा कि चक्की (पंजाब) से मंडी तक वे सात हजार करोड़ से 200 किमी का मार्ग बनाया जा रहा है।
कहा कि कांग्रेस के राज में यहां 70 करोड़ का मार्ग भी नहीं बना होगा। भाजपा कार्यकाल में बनने वाली यह सड़क हिमाचल की पूरी तस्वीर बदल देगी। पहले पैकेज में चक्की से कांगड़ा तक काम 2024 तक पूरा हो जाएगा। दूसरे पैकेज में भेड़कर से सिवनी तक नौ किमी बाईपास बनेगा। तीसरे पैकेज सिवनी से राजोल तक 19 किलोमीटर का चार लेन के मार्ग का काम इसी साल शुरू होगा। पैकेज चार राजोल से ठानपुरी तक सड़क का काम गगल एयरपोर्ट के विस्तार के हिसाब से किया जाएगा। पैकेज पांच में ठानपुरी से परौर तक का काम जनवरी 2023 में शुरू होगा। पैकेज छह में परौर से चौंतड़ा तक टू लेन पेव शोल्डर ग्रीन फील्ड मार्ग के लिए भू अधिग्रहण का काम चल रहा है। अगस्त 2023 से इसका काम शुरू होगा।
पैकेज 7 में चौंतड़ा से पधर तक टू लेन ग्रीन फील्ड का काम 2023 में शुरू होगा। पैकेज 8 में पधर से मंडी तक टू लेन पेव शोल्डर का काम जनवरी 2023 में शुरू होगा। पैकेज नौ में मंडी शहर को बाईपास करने के लिए बिजनी में 3.7 किमी की चार लेन की टनल का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2023 में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिमाचल लेकर आएंगे और इस कार्य का शुभारंभ करवा देंगे। कहा कि कांगड़ा से रानीताल-शिमला मटौर मार्ग 1,400 करोड़ रुपये का है। अठारह किमी फोरलेन मार्ग का काम इसी साल शुरू होगा। इसमें साढ़े चार किमी का कांगड़ा बाईपास, दो किमी का दौलतपुर बाईपास बनेगा। नवंबर 2024 में यह काम पूरा होगा।
हमीरपुर से रानीताल तक 1,200 करोड़ की लागत से टू लेन पेव शोल्डर का काम दिसंबर में शुरू होगा। इसमें छह किमी का ज्वालामुखी बाईपास और ढाई किमी के नादौन बाईपास भी बनाया जाएगा। हमीरपुर में 800 करोड़ से 17 किमी का टू लेन पेव शोल्डर का काम मार्च 2023 में शुरू होगा। यह बाईपास बनने से शिमला से मटौर की दूरी 41 किमी कम होगी।
हिमानी चामुंडा रोप वे के लिए 450 करोड़, कुल्लू से बिजली महादेव के लिए 233 करोड़, बिलासपुर में बंदला के लिए 200 करोड़, सिरमौर में शिरगुल मंदिर के लिए 900 करोड़ और पालमपुर में छुंजा ग्लेशियर तक 1100 करोड़ मंजूर किए हैं।
विधायक पवन काजल ने कहा कि जब वे कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष थे तो पार्टी हाईकमान से उन्होंने पूछा था कि ओपीएस और 1500 रुपये कैसे दोगे तो उन्हें जवाब मिला था कि यह राजनीतिक स्टंट होते हैं। ओपीएस की संभावना भाजपा सरकार के नेतृत्व में ही संभव है। इस दौरान लंबे समय से रुष्ट चल रहे पूर्व विधायक संजय चौधरी ने भी मंच से विधायक काजल के पक्ष में प्रचार किया। शिमला ब्यूरो