मुख्य आकर्षण:
संस्कृति मंत्रालय के तीन प्रमुख स्वायत्त निकायों ने 12 और 13 नवंबर को इंडिया गेट लॉन में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया।
साइबर सुरक्षा पर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा नुक्कड़ नाटक ने लोगों में जागरूकता पैदा की।
‘बीन’ प्रदर्शन और पोर्ट्रेट पेंटिंग आज अन्य स्टार आकर्षण थे
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तीन प्रमुख स्वायत्त निकायों ने 12 और 13 नवंबर को नई दिल्ली में इंडिया गेट लॉन में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिसका आज समापन हो गया। इनमें राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा नुक्कड़ नाटक, संगीत नाटक अकादमी द्वारा संगीत बैंड प्रदर्शन और ललित कला अकादमी द्वारा ‘पोर्ट्रेट पेंटिंग’ शामिल थे।
ये सांस्कृतिक प्रस्तुतियां कलंजलि नामक अभियान का हिस्सा हैं, जिसके तहत सांस्कृतिक सेंट्रल विस्टा में हर हफ्ते कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं।
भारतीय स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ पर, संस्कृति मंत्रालय, सरकार। भारत “आजादी का अमृत महोत्सव” मना रहा है और भारत का एक प्रमुख थिएटर संस्थान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय पूरे वर्ष उत्सव में भाग ले रहा है और कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। आयोजित कार्यक्रमों की प्रमुख श्रृंखलाओं में से एक “हर वन सेव वन”, साइबर सुरक्षा और सुरक्षा, और अन्य कार्यक्रम थे जो रक्तदान जैसे सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाते थे। नाटक का उद्देश्य दर्शकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी, सुरक्षा उपायों और कानूनी प्रावधानों जैसे विभिन्न विषयों पर शिक्षित करना था।
संगीत नाटक अकादमी ने आज मृदंगम के कलाकार श्री पी. वेत्री बूपथी और उनकी टीम ‘रुद्राक्षम’ की प्रस्तुति का आयोजन किया।
संगीत नाटक अकादमी द्वारा आयोजित एक अन्य कार्यक्रम 12 नवंबर को प्रसिद्ध बीन वादक श्री रामवीर नाथ जोगी और उनकी टीम द्वारा संगीत प्रदर्शन था। गौरतलब है कि बीन बजाना प्राचीन काल से प्रचलित एक प्रकार का संगीत है। इसे भारत में कई नामों से जाना जाता है, जिनमें ‘तुम्बी’, ‘नागासर’, ‘सपेरा बांसुरी’, ‘नागस्वरम’ और ‘महुदी’ शामिल हैं और वीणा वादकों को ‘बीन जोगी’ के नाम से जाना जाता है।
ललित कला अकादमी ने एक ‘पोर्ट्रेट पेंटिंग’ कार्यक्रम भी आयोजित किया जिसमें 10 कलाकारों ने पेंसिल स्केचिंग, चारकोल स्केचिंग और वॉटरकलर पेंटिंग्स जैसे विभिन्न चित्रों का निर्माण किया।
संस्कृति मंत्रालय इंडिया गेट पर अक्सर महात्मा गांधी, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर और राजा राम मोहन राय की स्मृति में कार्यक्रम आयोजित करता रहा है। वे नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों से लेकर महिला सशक्तीकरण और साइबर अपराध तक कई सामाजिक मुद्दों और विषयों से जुड़े हुए हैं। सभी आगंतुकों का इन कार्यक्रमों में नि:शुल्क भाग लेने और नए भारत की उभरती तस्वीर देखने के लिए स्वागत है।