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Himachal News: चुनाव आयोग ने दी राहत, पदोन्नत हुए शिक्षकों की तैनाती और स्थान छोड़ने पर लगी रोक हटी

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Himachal News: चुनाव आयोग ने दी राहत, पदोन्नत हुए शिक्षकों की तैनाती और स्थान छोड़ने पर लगी रोक हटी।

हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तैनात शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है। टीजीटी से लेक्चरर, जेबीटी से टीजीटी व मुख्य अध्यापक पदोन्नत हुए शिक्षकों के नए स्थानों पर तैनाती व छोड़ने पर लगी रोक को हटा दिया है।

अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नीलम दौल्टा की ओर से इस संबंध में प्रधान सचिव शिक्षा को पत्र जारी कर दिया गया है। चुनाव आचार संहिता लगने से कुछ समय पहले विभिन्न श्रेणियों के शिक्षकों की पदोन्नति हुई थी।

चुनाव आचार संहिता के कारण लग गई थी रोक

पदोन्नति के साथ उन्हें नए स्थान पर तैनाती दी गई थी। कई शिक्षकों को पसंद का स्टेशन न मिलने के चलते उन्होंने ज्वाइन ही नहीं किया था। कई ने एक्सटेंशन ले ली थी। इसी बीच चुनाव को लेकर आचार संहिता लग गई। इस कारण शिक्षक ज्वाइन ही नहीं कर पाए थे। पदोन्नति के बाद भी वे उन्हीं स्कूलों में कार्यरत थे। उच्चतर शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से इस संबंध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर इसमें छूट देने को कहा था। आयोग ने मतदान तक इस पर रोक लगा दी थी। अब इस रोक को हटा दिया गया है।

समग्र शिक्षा अभियान के लिए केंद्र ने जारी किया 27 करोड़ का बजट

शिमला। केंद्र सरकार ने समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) के लिए 27.04 करोड़ रुपये का बजट जारी किया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए स्वीकृत बजट की ही यह हिस्सेदारी है। शिक्षा व्यवस्था में सुधार, गुणात्मक शिक्षा पर इस बजट को खर्च किया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय के अवर सचिव अविनाश चंद्र शर्मा की ओर से इस संबंध में पत्र जारी किया गया है। दो महीने पूर्व समग्र शिक्षा अभियान की प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (पीएबी) की बैठक में यह मामला उठा था। इसमें रुकी ग्रांट को जल्द जारी करने की बात कही गई थी। इस राशि के तहत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम, सहित छात्रों की विभिन्न गतिविधियों पर भी खर्च किया जाएगा। इसमें हर एक मद पर कितना पैसा खर्च होगा इसका भी पूरा ब्योरा दिया गया है। इसके साथ ही प्रदेश के स्कूलों में मिड-डे मील (एमडीएम) पर भी यह पैसा खर्च होगा। इसके तहत बच्चों के राशन, किताबों और वर्दियों के लिए अलग-अलग फंड जारी किया गया है। प्रदेश के 10,732 प्राइमरी स्कूलों के 3,06,639 विद्यार्थियों और अपर प्राइमरी के 4,783 स्कूलों के 2,12,850 विद्यार्थियों को मिड-डे मील दिया जाता है।

Source : “जागरण”

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