‘युद्ध ख़त्म होने तक यूक्रेन के साथ!’- यूक्रेन पहुंचे ब्रिटिश PM सुनक, जेलेंस्की को दिया समर्थन।ब्रिटेन में सरकार की कमान संभालने के बाद पहली बार पीएम ऋषि सुनक यूक्रेन पहुंचे. बीते शनिवार को उन्होंने युद्धग्रस्त यूक्रेन की राजधानी कीव में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की.इस दौरान उन्होंने यूक्रेन बनाम रूस जंग में यूक्रेन के लिए मदद का हाथ भी बढ़ाया.
ब्रिटेन प्रधानमंत्री ने इस दौरान यूक्रेनी नागरिकों और इंफ्रास्ट्रक्चर को रूसी हमलों से बचाने वाले एयर डिफेंस पैकेज का भी ऐलान किया.
50 मिलियन पाउंड का रक्षा पैकेज भेंट
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने ऐलान किया कि ब्रिटेन यूक्रेन को 50 मिलियन पाउंड का रक्षा पैकेज भेंट करेगा. इस पैकेज में 125 एंटी एयरक्राफ्ट बंदूकें और ड्रोन रोधी तकनीक शामिल की गई हैं. ब्रिटेन के इस पैकेज के तहत दर्जनों राडार और एंटी ड्रोन इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता भी यूक्रेन को दी जाएगी. ये सहायता पैकेज ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस की ओर से इसी महीने की शुरुआत में दिया जाएगा. जिसमें घोषित 1000 से अधिक नई एंटी एयर मिसाइलें देने का ऐलान किया गया है.
शहीदों को चढ़ाए फूल
इसी साल अक्टूबर महीने में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की गद्दी संभालने वाले भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने यूक्रेन की जमकर तारीफ की. उन्होंने तारीफ में कहा, ‘संप्रभुता और लोकतंत्र के सिद्धांतों की रक्षा के लिए इतनी बड़ी कीमत चुका रहे लोगों से मिलना, कीव में होना सुखद है.’ इसके अलावा सुनक ने युद्ध की शुरुआत से ही ब्रिटेन के यूक्रेन के साथ खड़े रहने की बात पर गर्व भी जताया. ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने आगे ऐलान किया, ‘ब्रिटेन और सहयोगी इस बर्बर युद्ध के अंत और शांति स्थापित होने तक यूक्रेन के साथ खड़े रहेंगे.’
युद्ध में मारे गए लोगों के स्मारक भी गए सुनक
यूक्रेन दौरे के दौरान पीएम सुनक युद्ध में मारे गए लोगों की याद में बनाए गए स्मारक भी गए. राजधानी कीव में बने स्मारक पहुंचकर ऋषि सुनक ने शहीदों के स्मारक पर फूल अर्पित किए और मोमबत्ती भी जलाई. एक फायर स्टेशन पर पहुंचकर पीएम सुनक ने अग्निशमन दस्ते के कर्मचारियों से भी मुलाकात की. इस दौरान सुनक ने सर्दियों के महीने, ध्वस्त मकान, स्कूल और अस्पताल को देखते हुए मानवीय सहायता देने का ऐलान किया. इसमें विश्व खाद्य कार्यक्रम को लेकर 12 मिलियन पाउंड के सहायता पैकेज का ऐलान किया गया. इसके अलावा ब्रिटेन इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन को भी चार मिलियन पाउंड की मदद दी जाएगी.
Source : “In Khabar”