Himachal Election Result: कांग्रेस को रिजल्ट से पहले ही सताया डर, MLA की खरीद फरोख्त रोकने को बनाई रणनीति ।Himachal Election Result 2022, हिमाचल प्रदेश में सत्ता में आने का सपना देख रही कांग्रेस मतगणना से पहले ही अपने विधायकों की पूरी सुरक्षा करेगी।
कुछ दिनों से प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ल समेत कई नेता अपने प्रत्याशियों से न बिकने का आह्वान कर चुके हैं। दरअसल पार्टी के नेताओं को आशंका है कि कांग्रेस के जीतने वाले प्रत्याशियों की खरीद हो सकती है। अपनी जीत के लिए आश्वस्त दिख रही कांग्रेस मतगणना से एक दिन पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट समेत कई बड़े नेताओं को हिमाचल प्रदेश भेज देगी।
12 दिग्गज संभालेंगे बारह जिले
सूचना है कि कांग्रेस के करीब 12 दिग्गज नेता हिमाचल पहुंचेंगे। इन सभी नेताओं को एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी जाएगी, जहां वे पार्टी को एकजुट रखने का प्रयास करेंगे। बहुमत आने की स्थिति में कांग्रेस विधायकों को एक स्थान पर पहुंचाने का दायित्व भी इन पर रहेगा। विधायकों को किस रूट से कहां ले जाना है, इसकी योजना भी बनाई जाएगी।
नेताओं का मानना जनमत कांग्रेस के पक्ष में
पार्टी का मानना है कि जनमत कांग्रेस के पक्ष में है, लेकिन भाजपा किसी भी तरह अपनी सरकार बनाने का प्रयास करेगी। कांग्रेस ने अपने लोगों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए पहले ही अपने नेताओं को सतर्क रहने के लिए कहा है।
गोवा में अधिक सीटें जीतकर भी नहीं बन पाई थी सरकार
दरअसल, गोवा में अधिक सीटें जीतने के बावजूद कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई थी। हिमाचल में ऐसी स्थिति से बचने के लिए पहले ही योजना तैयार कर ली है। हालांकि, चुनाव परिणाम किसके पक्ष में जाएगा यह आठ दिसंबर को ही पता चलेगा।
गहलोत, सचिन एक साथ कैसे
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के नेता यह तो बताते हैं कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट भी आएंगे किंतु इस पर प्रश्न उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि जिन पर अशोक गहलोत ने गद्दार होने के आरोप लगाए हैं, वह उन्हीं सचिन पायलट के साथ कैसे आएंगे। कांग्रेस के सामने राजस्थान में वही स्थिति उत्पन्न हो रही है जो पंजाब में इस वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले हुई थी।
कांग्रेस के सामने मुख्यमंत्री पद का भी संकट
इधर, मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने स्वयं को उपयुक्त उम्मीदवार बताना आरंभ कर दिया है। कांग्रेस के सामने यह भी एक संकट हो सकता है।
Source : “जागरण”