रेल मंत्रालय ने यूपीएससी और डीओपीटी के परामर्श से यह निर्णय लिया है कि भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) में भर्ती यूपीएससी द्वारा विशेष रूप से तैयार परीक्षा (आईआरएमएस परीक्षा) के माध्यम से वर्ष 2023 से आयोजित की जाएगी।
आईआरएमएसई दो स्तरीय परीक्षा होगी जिसके तहत प्रारंभिक स्क्रीनिंग परीक्षा होगी, जिसके बाद मुख्य लिखित परीक्षा होगी और फिर साक्षात्कार होगा।
परीक्षा के दूसरे चरण अर्थात आईआरएमएस (मुख्य) लिखित परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों की उपयुक्त संख्या की स्क्रीनिंग के लिए सभी पात्र अभ्यर्थियों को सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा में शामिल होना होगा और आईआरएमएस (मुख्य) परीक्षा के लिए उपयुक्त संख्या में अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग की जाएगी।
आईआरएमएस (मुख्य) परीक्षा में नीचे दिए गए विषयों में पारंपरिक निबंध प्रकार के 4 पेपर होंगे:
- क्वालीफाइंग पेपर्स
पेपर ए- संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं में से एक भारतीय भाषा अभ्यर्थियों द्वारा चुनी जाएगी। – 300 अंक
पेपर बी – अंग्रेजी – 300 अंक
- मेरिट के लिए गिने जाने वाले पेपर
वैकल्पिक विषय – पेपर 1 – 250 अंक
वैकल्पिक विषय – पेपर 2 – 250 अंक
- पर्सनैलिटी टेस्ट – 100 अंक
वैकल्पिक विषयों की सूची जिनमें से केवल एक वैकल्पिक विषय का चयन किसी भी अभ्यर्थी को करना है
- सिविल इंजीनियरिंग,
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग,
- iii. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- iv. वाणिज्य और एकाउंटेंसी
उपर्युक्त क्वालीफाइंग पेपर्स और वैकल्पिक विषयों का पाठ्यक्रम सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) के समान ही होगा।
सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा और आईआरएमएस (मुख्य) परीक्षा के कॉमन अभ्यर्थी इन दोनों परीक्षाओं के लिए उपर्युक्त वैकल्पिक विषयों में से किसी एक का विकल्प चुन सकते हैं या इन परीक्षाओं के लिए अलग-अलग वैकल्पिक विषयों का चयन कर सकते हैं (इन दोनों परीक्षाओं की योजनाओं के अनुसार एक सीएसई (मुख्य) के लिए और एक आईआरएमएसई (मुख्य) के लिए)।
क्वालीफाइंग पेपर्स और वैकल्पिक विषयों (प्रश्नपत्र और उत्तर लिखने के लिए) के लिए भाषा माध्यम और स्क्रिप्ट सीएसई (मुख्य) परीक्षा के समान ही होंगी।
विभिन्न श्रेणियों के लिए आयु सीमा और प्रयासों की संख्या वही होगी जो सीएसई के लिए है।
न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता – भारत में केंद्रीय या राज्य विधानमंडल के एक अधिनियम द्वारा निगमित विश्वविद्यालय या संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित अन्य शैक्षणिक संस्थानों या विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियम, 1956 की धारा 3 के तहत डीम्ड घोषित विश्वविद्यालय से प्राप्त इंजीनियरिंग में डिग्री/ वाणिज्य में डिग्री/ चार्टर्ड एकाउंटेंसी।
आईआरएमएसई (150 नंबर) के लिए यूपीएससी से समझौता किया जा रहा है जिसमें चार वैकल्पिक विषयों में से निम्नलिखित नंबर शामिल होंगे; सिविल (30) मैकेनिकल (30) इलेक्ट्रिकल (60) और वाणिज्य एवं एकाउंटेंसी (30)।
परिणामों की घोषणा – यूपीएससी मेरिट के क्रम में चार विषयों से अंतिम रूप से अनुशंसित अभ्यर्थियों की एक सूची तैयार और घोषित करेगा।
चूंकि प्रस्तावित परीक्षा योजना में आईआरएमएस (मुख्य) परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग के लिए सिविल सेवा (पी) परीक्षा का उपयोग करने की परिकल्पना की गई है और आगे आईआरएमएसई के लिए सीएसई के कॉमन क्वालिफाइंग लैंग्वेज पेपर्स के प्रश्नपत्रों और कुछ वैकल्पिक विषयों के प्रश्नपत्रों की परिकल्पना की गई है, इसलिए इन दोनों परीक्षाओं के प्रारंभिक भाग और मुख्य लिखित भाग दोनों एक साथ आयोजित किए जाएंगे। आईआरएमएसई को सीएसई के साथ ही अधिसूचित किया जाएगा।
वर्ष 2023 के लिए यूपीएससी की परीक्षा के वार्षिक कार्यक्रम के अनुसार, सिविल सेवा (पी) परीक्षा – 2023 को क्रमशः 01.02.2023 और 28.05.2023 को अधिसूचित और आयोजित किया जाना निर्धारित है। चूंकि सीएसपी परीक्षा – 2023 का उपयोग आईआरएमएस (मुख्य) परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग के लिए भी किया जाएगा, इसलिए आईआरएमएस परीक्षा -2023 को उसी कार्यक्रम के अनुसार अधिसूचित किया जाएगा।