नतीजे से पहले बैठक: हिमाचल प्रदेश के सभी 68 उम्मीदवारों से मिलेंगे BJP के नेता।हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे, इससे पहले भाजपा ने रविवार को अपने सभी 68 उम्मीदवारों की एक बैठक बुलाई है।
चुनावी जानकारों ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अस्पष्ट बहुमत की भविष्यवाणी की है. धर्मशाला में होने वाली इस बैठक में उम्मीदवारों की संभावनाओं के साथ-साथ, चुनाव परिणाम आने के बाद के परिदृश्यों का विश्लेषण करने के अलावा मतदान और डाक मतपत्र के रुझानों की समीक्षा की जाएगी. विधानसभा चुनाव लड़ने वाले पार्टी के 68 उम्मीदवारों के अलावा, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, भाजपा के राज्य प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह-प्रभारी संजय टंडन, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह और राज्य भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी बैठक में शामिल होंगे.
हालांकि, चुनावी विश्लेषक राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़े मुकाबले की भविष्यवाणी कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी नेतृत्व कुछ सीटों के अलावा बागी उम्मीदवारों के इतना प्रभावशाली होने की उम्मीद नहीं कर रहा था. बीजेपी के एक नेता ने कहा, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि निर्दलीय कितना अच्छा प्रभाव डालते हैं. आखिरकार मतदाता ऐसी पार्टी के साथ गए, जो स्थिरता प्रदान करेगी.’ भाजपा नेतृत्व ने हिमाचल चुनाव में कांग्रेस से कड़ा मुकाबला मिलने के विश्लेषकों की भविष्यवाणी को खारिज कर दिया है. भाजपा नेता ने कहा, ‘हम आगे की तैयारी के लिए और परिणाम के बाद की रणनीतियों के लिए बैठक की योजना बना रहे हैं. हमें त्रिशंकु विधानसभा की उम्मीद नहीं है.’
इसके बावजूद, भाजपा ने दावा किया कि निर्दलीय उम्मीदवारों के प्रभावशाली रूप में उभरने की संभावना है, जो कि एक करीबी मुकाबला दे सकते हैं. लेकिन भगवा पार्टी डाक मतपत्रों के वोट अपने उम्मीदवारों के पक्ष में होने की उम्मीद कर रही है. बैठक में वरिष्ठ नेता, बीजेपी उम्मीदवारों से चुनाव में उनके सामने आई चुनौतियों, हार और जीत के अंतराल, मतदान के रुझान और प्रत्येक सीट के उनके आकलन से संबंधित रिपोर्ट मांग सकते हैं. विधानसभा चुनाव से पहले, भाजपा को भीतरघात का सामना पड़ा था. कुछ नेताओं ने टिकट से वंचित होने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ा. मुख्यमंत्री के गृह जिले मंडी में पार्टी को बागी उम्मीदवारों का सामना करना पड़ा. राज्य में 12 नवंबर को 1 चरण में मतदान संपन्न हुआ था.
Source : “News18”