जी हाँ राजेंद्र राणा , यह एक ऐसा नाम है जिस को हराने के लिये बीजेपी ने मोदी जी को सुजानपुर में खड़ा कर दिया। स्मृती ईरानी से ले कर ना जाने , प्रेम कुमार धूमल, जय राम ठाकुर, अनुराग धूमल, अरुण धूमल और कई बड़े चेहरे आंसुओं से ले के पसीने बहाते रह गये , पर यह वह नाम है जो पिछली बार सीएम कैंडिडेट को हरा के चर्चा में आया था और इस बार भी अपने नाम की पहचान हम सभी को करवा गया।
ऐसा क्या है जो इतनी बिपरित परिस्थितियों में भी सीट निकाल के ले गये राणा जी?
जब हम ने सुजानपुर की जनता से जानना चाहा तो हमे यह पता लगा की यह बह एमएलए हैं जो एमएलए कम और आम इंसान जायदा हैं। किसी भी दुख और सुख में बिना बुलाये उस को बाँटने के लिए दस्तक दे देते हैं। चाहे वह अपने विधानसभा से कोई तालुक रखता हो या नहीं कोई फरक नहीं पड़ता।
सड़क , गली में कोई भी राहगीर मिल जाये जो राणा जी को जानता हो या नहीं नमस्कार पहले हो जाएगी। काम हो ना हो पर मेरे से कोई काम हो तो बताना, यह शब्द आप को सुनने के लिए मिल जाएँगे।
अब आप ही बताइये कि जिस इंसान को जनता अपने परिवार में से ही एक सदस्य की तरह मानते हों और जिताने पे आ जाये तो उस को क्या मोदी तो क्या धूमल तो क्या अनुराग हरा पायेंगे?
समय का चकर एक समान सा नहीं होता परंतु समय को साथ ले के चलने वाले हमेशा समय भी उनके ऊपर अपना आशीर्वाद बनाए रखता है।
अब सवाल यह है भी है की कांग्रेस की नई पारी में उनको किस पंक्ति पे बैठाया जाता है , क्योंकि 2024 दूर नहीं है और समय हमेशा बलवान होता है।