FIFA WC 2022: पुर्तगाल के सामने मोरक्को, फ्रांस का मुकाबला इंग्लैंड से, एक्शन में होंगे रोनाल्डो-एम्बाप्पे । फिफा विश्व कप 2022 में आज क्वार्टर फाइनल मुकाबलों का आखिरी दिन है। आज सेमीफाइनल की चारों टीमें तय हो जाएंगी। अर्जेंटीना और क्रोएशिया की टीम पहले ही सेमीफाइनल में जगह बना चुकी हैं।
वहीं, दूसरे सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए चार टीमें दावेदार हैं। क्वार्टरफाइनल में आज का पहला मैच पुर्तगाल और मोरक्को के बीच है। वहीं, दूसरे मुकाबले में इंग्लैंड का सामना फ्रांस से है। यहां जीतने वाली दोनों टीमें दूसरे सेमीफाइनल में भिड़ेंगी।
मोरक्को की टीम कई इस विश्व कप में कई उलटफेर कर चुकी है और अब पुर्तगाल को भी हराना चाहेगी। वहीं, फ्रांस की टीम विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ अपना रिकॉर्ड बेहतर करने की कोशिश करेगी।
एक और उलटफेर करना चाहेगी मोरक्को की टीम
मोरक्को की टीम शनिवार को यहां फीफा विश्वकप के क्वार्टर फाइनल में सितारों से सजी पुर्तगाल की टीम से भिड़ेगी। प्री-क्वार्टर फाइनल में स्पेन को पेनाल्टी शूटआउट में हराने के बाद मोरक्को की टीम आत्मविश्वास से भरी हुई है और अब पुर्तगाल को बाहर करने के लिए बेताब है। मोरक्को अगर पुर्तगाल को हराने में सफल हो जाता है तो वह इसके साथ ही इस टूर्नामेंट में पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचेगा।
मोरक्को की टीम इस विश्वकप में अभी तक हारी नहीं है। उसने ग्रुप दौर में अपने पहले मैच में क्रोएशिया से ड्रॉ खेला। फिर बेल्जियम को 2-0 से, कनाडा को 2-1 से शिकस्त दी थी। वैसे मोरक्को की टीम विश्वकप में पुर्तगाल को एक बार हरा चुकी है। मोरक्को के लिए मिडफील्डर हाकिम जीच का प्रदर्शन बेहतर रहा है। वह चार मैचों में एक गोल कर चुके हैं, जबकि एक गोल करने में मदद की है।
फिर बेंच पर दिख सकते हैं रोनाल्डो
पुर्तगाल की टीम ग्रुप दौर में एक मैच हार गई थी और उसे दक्षिण कोरिया ने 2-1 से हराया था। फिर प्री-क्वार्टर फाइनल में स्विट्जरलैंड को 6-1 से शिकस्त देकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। इस मैच में पुर्तगाल को एक नया सितारा गोंसालो रामोस के रूप में मिला जिन्होंने हैट्रिक लगाकर अपनी छाप छोड़ी थी। 21 वर्ष के रामोस को सुपरस्टार फॉरवर्ड क्रिस्टियानो रोनाल्डो की जगह मैदान पर उतारा गया था।
रोनाल्डो दूसरे हॉफ में उतरे थे और उनके लिए वह मैच अच्छा नहीं रहा था। वह पहले फ्री किक पर गोल नहीं कर पाए। फिर थोड़ी देर बाद वह गोल करने में सफल हो गए थे, लेकिन वह ऑफ साइड दे दिया गया। अब पुर्तगाल के कोच सांतोस को तय करना है कि वह मोरक्को के खिलाफ महत्वपूर्ण क्वार्टर फाइनल में रामोस या रोनाल्डो में से किसे शुरुआती एकादश में जगह देते हैं।
इन खिलाड़ियों पर रहेगी नजर
ब्रुनो फर्नांडीज (मिडफील्डर): फर्नांडीज इस विश्वकप में तीन मैचों में दो गोल कर चुके है। उन्होंने तीन खिलाड़ियों को गोल करने में मदद भी की है।
राफेल लिआओ (फॉरवर्ड) : लिआओ ने चार मैचों में दो गोल दागे हैं। पुर्तगाल के खिलाफ गोल करने की जिम्मेदारी इन पर भी रहेगी।
जोआओ फेलिक्स (फॉरवर्ड): वह इस विश्वकप में तीन मैचों में कोई गोल तो नहीं कर पाए हैं लेकिन दो खिलाड़ियों को गोल करने में सहायता जरूर की है।
पेपे (डिफेंडर) : 39 साल के पेपे ने विश्वकप में तीन मैच खेले हैं और एक गोल किया है। उनका अनुभव टीम के डिफेंस को मजबूत करता है।
युसुफ एन-नेसिरी (फॉरवर्ड) : वह उम्मीद के अनुसार ज्यादा गोल नहीं कर पाए हैं। उन्होंने चार मैचों में एक गोल किया है। अब पुर्तगाल के खिलाफ ज्यादा गोल करना चाहेंगे।
अब्देलहमेद सबीरी (मिडफील्डर) : टीम के खिलाड़ियों के लिए गोल करने के मौके बनाते हैं। विश्वकप में चार मैच खेले हैं और एक खिलाड़ी को गोल करने में मदद भी कर चुके हैं।
रोमेन सैस (डिफेंडर): रोमेन ने विश्वकप में चार मैच खेले हैं। उन्होंने इस दौरान एक गोल भी दागा है। वह टीम के डिफेंस को मजबूती प्रदान करते हैं।
अचरफ हाकिमी (डिफेंडर) : मोरक्को के अहम खिलाड़ी हैं। किले के सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी इन पर भी रहेगी। उन्होंने चार मैचों में एक खिलाड़ी को गोल करने में सहायता की।
विश्व कप में अब तक इंग्लैंड को नहीं हरा पाया है फ्रांस
मौजूदा चैंपियन फ्रांस को शनिवार को यहां होने वाले फीफा विश्वकप के क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ काफी चौकन्ना रहने की जरूरत है। थ्री लायंस के रूप में जानी जाने वाली हैरी केन की टीम लगातार दूसरा खिताब जीतने की फ्रांसिसी उम्मीदों को झटका दे सकती है। फ्रांस के कोच डिडियर डैशचैंप ने भी अपने खिलाड़ियों को आगाह किया है कि इंग्लैंड के पलटवार और रणनीति के तहत सेट पीस में खेलने की काबिलियत को देखते हुए इस टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता। डेशचैंप एक खिलाड़ी और बाद में एक कोच के रूप में भी फ्रांस को खिताब दिला चुके हैं।
1966 में चैंपियन रही इंग्लैंड ने सेनेगल को 3-0 से जबकि फ्रांस ने पोलैंड को 3-1 से हराकर अंतिम-आठ में प्रवेश किया था। विश्वकप में फ्रांस इससे पहले कभी इंग्लैंड से नहीं जीता है। 1966 और 1982 में हुई भिड़ंत में इंग्लैंड ने फ्रांस को हराया था लेकिन पिछले 22 वर्षों में फ्रांस का दबदबा रहा है। इस दौरान फ्रांस ने अपने इस प्रतिद्वंद्वी को चार बार मात दी और दो मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। इंग्लैंड ने फ्रांस को सिर्फ एक बार 2015 में एक मैत्री मैच में हराया है। पिछली टक्कर 2017 में हुई थी जब फ्रांस ने 3-2 से जीत हासिल की थी।
एम्बाप्पे को तोड़ना होगा चक्रव्यूह
दोनों टीमों के बीच पुरानी प्रतिद्वंद्विता भी है। दोनों टीमें 2012 यूरो के ग्रुप दौर में भी भिड़ी थीं। अब तक टूर्नामेंट में पांच गोल कर चुके फ्रांस के काइलिन एम्बाप्पे के लिए इंग्लैंड के रक्षण को तोड़ना आसान नहीं होगा। फ्रांस के कप्तान और गोलकीपर 35 साल के हुगो लौरिस पिछले दशक में इंग्लैंड में टोटैनहैम हॉटस्पर के लिए काफी खेले हैं। वह अपने अनुभव को साथियों के साथ बांट सकते हैं।
इंग्लैंड ने छह बार हारा है क्वार्टर फाइनल
चार साल पहले फ्रांस ने रूस में हुआ विश्वकप जीता था लेकिन इंग्लैंड ने इस दौरान ज्यादा मैच खेले हैं। पिछले विश्वकप में इंग्लैंड की टीम सेमीफाइनल तक पहुंची थी और इसके अलावा यूरो में उपविजेता रही थी। इंग्लैंड को प्री क्वार्टर में शुरुआती 38 मिनट में सेनेगल ने गोल नहीं करने दिया था। जूड बेलिंघम के गोल के बाद इंग्लैंड टीम को राहत मिली थी। हैरी केन ने ब्रेक से पहले बढ़त दिला दी और कोच गेरेथ साउथगेट का बुकायो साका को वापस मैदान में बुलाने का फैसला सही रहा जिन्होंने 57वें मिनट में गोल किया। साउथगेट के पास इंग्लैंड को एक बार से ज्यादा सेमीफाइनल में पहुंचाने वाला कोच बनने का मौका है। वैसे इंग्लैंड की टीम अब तक छह बार 1954, 1962, 1970, 1986, 2002 और 2006 में क्वार्टर फाइनल में बाहर हो चुकी है। पिछले आठ विश्वकप में से छह बार उसे यूरोपियन देश से मात खानी पड़ी है।
इंग्लैंड का दारोमदार हैरी केन पर
प्री क्वार्टर में फ्रांस यानी लेस ब्लूज ने पोलैंड को 3-1 से हराया जिसमें एम्बाप्पे ने दो गोल किए और एक गोल 36 साल के ओलिवर गिरोड ने किया, जो फ्रांस के लिए सर्वाधिक गोल करने वाले फुटबालर हो गए। उन्होंने थियरे हेनरी को पछाड़ा। फ्रांस पिछले सात में से पांच में क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रही है। विश्वकप में लगातार तीसरा क्वार्टर फाइनल खेल रही फ्रांस ने यूरोपीय देशों के खिलाफ किसी भी टूर्नामेंट के नॉकआउट दौर में दस में से आठ मुकाबले जीते हैं। इंग्लैंड का दारोमदार कप्तान हैरी केन पर रहेगा, जो इंग्लिश प्रीमियर लीग में शानदार फॉर्म में रहे हैं और पिछले मैच में सेनेगल के खिलाफ गोल भी किया है।
Source : “अमर उजाला”