स्टूडेंट्स पर मेंटल प्रेशर हावी, कोटा में NEET और JEE की तैयारी कर रहे 3 छात्रों ने की खुदकुशी।JEET और जेईई की प्रवेश परीक्षा की तैयारी के हब के रूप में फेमस कोटा में सोमवार को नीट और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे 3 छात्रों ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। छात्रों की लाश शहर के अलग-अलग इलाकों के कमरे में लटकती मिली।
घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया था कि शहर में दो जगहों पर हुई आत्महत्या की घटनाओं में प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे तीन छात्रों ने खुदकुशी की है। सोमवार की सुबह नीट की तैयारी कर रहे 18 वर्षीय अंकुश आनंद और जेईई की तैयारी कर रहे 17 वर्षीय उज्जवल कुमार ने अपने-अपने पीजी के कमरों में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। दोनों बिहार के रहने वाले हैं और पिछले साल से कोटा में रह रहे थे। वहीं शहर के दूसरे इलाके में रहने वाले 17 वर्षीय छात्र प्रवण वर्मा का शव उनके कमरे में फंदे से लटकता मिला। प्रवण मध्य प्रदेश का रहने वाला है और वह नीट की तैयारी कर रहा था।
मानसिक दबाव की जताई जा रही आशंका
कोटा में स्टूडेंट्स की आत्महत्या का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। तैयारी और सिलेक्शन के प्रेशर में छात्रों की खुदकुशी की खबरे अक्सर सामने आती रहती हैं। पुलिस ने सोमवार को 3 छात्रों की आत्महत्या के मामले में भी मानसिक दबाव के चलते आत्महत्या की आशंका जताई है। पुलिस ने कमरों को सील कर दिया है और कमरों की जांच भी की जा रही है।
अन्य करियर ऑप्शन के बारे में भी बताएं
कोटा में हो रही आत्महत्या की घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन कोचिंग संस्थानों को लगातार निर्देश देता रहा है कि स्टूडेंट्स के लिए मनोवैज्ञानिक की नियुक्ति की जाए और छात्रों को मेडिकल और इंजीनियरिंग के अलावा भी करियर ऑप्शन की काउंसलिंग दी जाए लेकिन अबतक इस पर काम नहीं किया गया है। सोमवार को 3 छात्रों की आत्महत्या की घटना के बाद जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से मनोवैज्ञानिक की नियुक्ति और छात्रों की करियर काउंसलिंग के निर्देश दिए हैं।
एक ही पीजी में रहते थे अंकुश और उज्जवल
मृतक उज्जवल कुमार के बचपन के दोस्त विपुल शर्मा ने मंगलवार को मीडिया से बताया कि वह रविवार शाम खाना खाते वक्त उज्जवल से मिला था, लेकिन वह किसी प्रकार से मेंटल प्रेशर में नहीं दिख रहा था। उसने बताया कि दोनों के बीच काफी देर तक बातचीत भी होती रही लेकिन ऐसा कुछ प्रतीत नहीं हो रहा था। विपुल ने बताया कि उज्जवल कुमार और अंकुश आनंद एक ही पीजी के अलग-अलग कमरों में रहते थे और वे मित्र नहीं थे।
Source : “Live हिन्दुस्तान”