नगर निगम के मनोनीत पार्षदों और कम्यूनिटी ऑर्गेनाइजर को दी विदाई। भाजपा की सरकार बदलते ही नगर परिषद, बोर्डों और अन्य संस्थानों में ओहदे संभालने वालों में हड़कंप मचा हुआ है। सेवा विस्तार करने वालों पर पहले ही सुक्खू सरकार का नजला गिर चुका है।
मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर हटाए जा चुके हैं। अब जो बचे हैं, उन पर कभी भी गाज गिर सकती है। ऐसे में कई चेहरे कांग्रेस सरकार के निशाने पर हैं। मिल्क फेड के चेयरमैन का भी कार्यकाल जुलाई में पूरा हो रहा है। ऐसे में यहां नई ताजपोशी को लेकर बिसात बिछ रही है।
उधर, नगर निगम और नगर परिषदों से हटाए गए मनोनीत पार्षदों की विदाई का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को मंडी में चार मनोनीत पार्षदों को विदाई दी गई। कम्यूनिटी ऑर्गेनाइजर को विदा किया गया।
कुलदीप ठाकुर नगर निगम से 36 वर्षों की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गए हैं। नगर निगम के चार नामित पार्षदों को निगम कार्यालय में विदाई समारोह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर निगम की महापौर दीपाली जसवाल और उप महापौर विरेंद्र भट्ट ने शाल-टोपी पहना कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी और पार्षद मौजूद रहे। उधर, जोगिंद्रनगर में चारों मनोनीत पार्षदों की भी छुट्टी हो गई है। रिवालसर, नेरचौक और सरकाघाट में भी मनोनीत पार्षदों को हटाए जाने की कवायद जारी है।
Source : “अमर उजाला”