उन्होंने सभी होटल, होम-स्टे तथा गैस्ट हाउस व्यवसायियों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा की स्थिति पर्यटकों की यथासम्भव सहायता करें तथा बर्फबारी के समय अनावश्यक किराया बढ़ौतरी न करें। उन्होंने जिला के लोगों से आग्रह किया कि सर्दी के मौसम के दौरान आगजनी की घटनाएं होने की सम्भावना रहती है, ऐसे में पशुओं के चारे को घर से दूर एकत्रित करें तथा उन्हें शरद ऋतु से बचाने का उचित प्रबंध रखें। उन्होंने लोगों से प्राथमिक उपचार किट रखने का भी आग्रह किया।
उपायुक्त ने पुलिस प्रशासन को शराब पीकर वाहन चलाने वाले लोगों के ऊपर निगरानी रखने और नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके। उन्होंने जिला में बर्फबारी के दौरान यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए भी उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए ताकि आम लोगों व पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सम्भावित फिसलन वाली सड़कों को चिन्हित करने तथा लोक निर्माण को इन सड़कों किनारे रेत-बजरी रखने के निर्देश दिए ताकि बर्फ गिरने के उपरांत वाहनों को फिसलन से बचाया जा सके।
आवश्यक सेवाओं से संबंधित विभाग जिनमें पुलिस प्रशासन, लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, जल-शक्ति विभाग, अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा जिला आपदा प्रबंधन शामिल हैं, के अधिकारियों को बर्फबारी व वर्षा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं खासकर बुजुर्गों व गर्भवती महिलाओं के लिए उपलब्ध रखना, आगजनी से बचाव, यातायात सुचारू रखना, सम्पर्क सड़कों को खुला रखना, बिजली-पानी की व्यवस्था उपलब्ध रखना तथा आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में जिला प्रशासन से दूरभाष नम्बर 1070, 1077, 112 या 108 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
हिमपात व वर्षा से होने वाले सम्भावित खतरों से बचाव बारे जारी किए दिशा-निर्देश
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