मुख्यमंत्री के हमीरपुर दौरे ने शहर को लगाया मरहम, सडक़ें-दफ्तर चकाचक। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार करेंगे अपने गृह जिला का दौरा, स्वागत की तैयारियों को लेकर प्रशासन ने चाक चौबंद किए सभी प्रबंध।
हमीरपुर जिला से प्रदेश को मुख्यमंत्री मिलना और ताजपोशी के बाद उनका पहली बार अपने गृह जिले में आना इस बात के संकेत दे रहा है कि जिला हमीरपुर की दिशा के साथ अब दशा भी सुधर जाएगी। खासकर जिला की सडक़ें जो घटिया वर्क के कारण कभी हल्की सी बारिश के थपेड़ों के कारण बार-बार टूट जाती हंै उनकी हालत में जरूर सुधार होगा। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का 24 जनवरी को हमीरपुर दौरा है। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार वे शाम को एनआईटी हेलीपैड पर चौपर से उतरेंगे। अगले दिन 25 दिसंबर को यहां होने वाले पूर्ण राज्यत्व दिवस में बतौर मुख्यातिथि पधारेंगे। उनके दौरे को लेकर जहां जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है, वहीं अच्छी खबर यह है कि जिले की खस्ताहाल सडक़ों पर भी लोक निर्माण विभाग ने पैच वर्क के माध्यम से मरहम लगाना शुरू कर दिया है दिलचस्प बात यह है कि रविवार को भी विभाग के मुलाजिम सडक़ों पर काम करते हुए नजर आए। कहीं पैच वर्क हो रहा था तो कहीं सडक़ों के किनारे बनी नालियों की मरम्मत की जा रही थी। आपको बता दें कि जिला हमीरपुर के एंट्री प्वाइंट चाहे वह अणु चौक हो, पक्का भरो हो या फिर दोसडक़ा मार्ग। यहां जगह-जगह बने गड्ढों के कारण वाहन चालकों को आए दिन काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है । क्योंकि शहर की एंट्री के साथ ही एकाएक वाहनों का लो भी बढ़ जाता है और साथ में यह गड्ढे जहां लोगों को चिढ़ाते हैं वहीं वाहन चालकों की परेशानी का सबक भी बन जाते हैं।
रविवार को लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी शहर के एंट्री प्वाइंट अणु चौक पर पूरी मुस्तैदी के साथ काम करते हुए दिखे। आपको बता दें कि यहां चौक पर इतने बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए थे की कई बार बड़े वाहनों का टायर यदि गड्ढे में चला जाए तो गाड़ी एक तरफ को टेढ़ी हो जाती थी जबकि दोपहिया वाहनों के लिए तो यह गड्ढे जान जोखिम में डालने के समान थे।
वाहन चालकों के साथ आसपास के दुकानदार और राहगीर भी इन गड्ढों से परेशान होते रहते थे । क्योंकि जब बारिश होती थी तो इन गड्ढों में इतना पानी भर जाता था जिस कारण इनकी गहराई का किसी को पता नहीं चल पाता था और तेजी से आ रहे बड़े और छोटे वाहनों के टायरों की चपेट में आने से उछला पानी आसपास की दुकानों तक तो अपनी मार करता ही था वहीं राहगीरों पर भी खूब कीचड़ सना पानी उछलता था। जिले की अन्य जगहों की सडक़ों के भी कुछ ऐसे ही हालात देखने को मिल रहे थे, लेकिन रविवार को जिस तरह से छुट्टी वाले दिन लोक निर्माण विभाग के मुलाजिम सडक़ों पर नजर आए उससे ऐसी उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में जिले की तस्वीर बदलने वाली है। बताते चलें कि अभी हाल ही में लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी कांगड़ा से शिमला की ओर जातिवाद इसी मार्ग से गुजरे थे और उन्होंने भी यहां की सडक़ों पर चिंता जताई थी हालांकि उन्होंने कहा है जहां सडक़ों की हालत बहुत ज्यादा दयनीय है उनका काम संबंधित विभाग और यहां के प्रतिनिधियों से मंत्रणा करके तुरंत शुरू किया जाएगा। (एचडीएम)
Source : “Divya Himachal”