मंडी, 24 जनवरी । हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक वित्तीय साक्षरता केंद्र मण्डी द्वारा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सौजन्य से ग्राम पंचायत सैण के गांव अलाथू में एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक शाखा मंडी के प्रबंधक जितेन्द्र जम्वाल ने की ।
उन्होंने कहा कि भारत में आबादी का एक बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्र में रहता है और
इसलिए ग्रामीण वित्तीय गतिविधियों को विकसित करना महत्वपूर्ण है। जनसंख्या का 60 प्रतिशत कृषि उत्पादों पर निर्भर करता है, लेकिन फिर भी किसानों और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की स्थिति अभी भी पीछे है। अपना जीवन यापन करने के लिए, ग्रामीण लोगों को किसी विशेष कार्य को करने के लिए या तो ऋण या सही दिशा की आवश्यकता होती है, लेकिन दोनों ही तरीकों में उनकी कमी होती है। नाबार्ड जिसका कार्य ग्रामीण लोगों को ऋण सहायता प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल पेमेंट ने हर किसी की जिंदगी को आसान बना दिया है।
पहले लोगों को बैंक जाकर फंड ट्रांसफर करने की प्रक्रिया को पूरा करना पड़ता था। लेकिन अब डिजिटल पेमेंट के जरिए सब कुछ काफी आसान हो गया है। उन्होंने कहा के भारत में डिजिटल पेमेंट करने के कई माध्यम आज की तारीख में मौजूद हैं जिसमें मुख्यतः नेशनल इलेक्ट्रानिक फंड ट्रांसफर, रियल टाइम ग्रास सेटलमेंट, इमीडिएट मोबाइल पेमेंट सर्विस, फोन पे, गूगल पे, पेटीएम इत्यादि हंै। उन्होंने बैंक और नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी उपस्थित लोगों को दी।
शिविर में ग्राम पंचायत सैण के पंचायत प्रतिनिधियों सहित क्षेत्र की 50-60 महिलाओं
ने भाग लिया ।
सैण में एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता शिविर
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