पशुपालन विभाग द्वारा पुनर्वास कार्यक्रम के तहत बेसहारा गौवंश को जिला नजदीकी गौशालाओं में आश्रय प्रदान किया जाएगा। इस मुहिम की शुरूआत वीरवार को जिला के हरोली उपमंडल से की गई। पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ जयसिंह सेन ने बताया कि यह विशेष मुहिम हिमाचल प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार चलाई गई है। विभाग का प्रयास है कि इसे जहां बेसहारा गौवंश को आश्रय मिलेगा वहीं किसानों को भी फसलों को होने वाले नुक्सान से भी निजात मिलजेगी। उन्होंने बताया कि मुहिम के प्रथम दिन हरोली क्षेत्र के विभिन्न गावों से 12 बेसहारा गौवंश को नजदीकी गौशाला में पहुंचाया गया।
उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सा अधिकारियों के सहयोग से इस मुहिम के लिए उपमंडल स्तर पर भी टीमें गठित की गई हैं तथा गांववासियों का सहयोग लेकर बेसहारा बैलों का बदियाकरण कर नजदीकी गौशाला में उनका पुनर्वास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डॉ राजीव बलिया की अध्यक्षता में जिला स्तर पर भी इस कार्य के लिए एक टीम गठित की गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही ऊना जिला के सभी क्षेत्रों से बेसहारा गोवंश को गौशाला में सुरक्षित पहुंचाया जाएगा।