जम्मू-कश्मीर में मिला बड़ा खजाना, अमेरिका और चीन से आगे निकल जाएगा भारत। जम्मू कश्मीर के बारे में अमीर खुसरो ने लिखा था कि धरती पर अगर कहीं स्वर्ग है यो यहीं है, यहीं है, यहीं है। इसमें कोई दो मत नहीं। जम्मू कश्मीर भारत का सिरमौर है। यह बात अलग है कि आतंकी इसके सीने को छलनी करते रहे हैं।
लेकिन सुरक्षाबलों ने आतंकियों के मंसूबों को हमेशा नाकाम किया है। इन सबके बीच यहां से ऐसा खजाना मिला है जो ना सिर्फ यहां की तकदीर बदल देगा बल्कि भारत को दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्था में पहुंचाने में भी मदद करेगा। केंद्र सरकार ने बताया है कि जम्मू कश्मीर में 5.9 लाख टन लिथियम का रिजर्व मिला है जो ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री को नई उंचाई पर पहुंचा देगा। बता दें कि लिथियम नॉन फेरस मेटल है और इसका इस्तेमा इलेक्ट्रानिक गाड़ियों की बैट्री में इस्तेमाल किया जाता है।
जम्मू-कश्मीर के सलाल-हिमाना में रिजर्व
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के सलाल-हिमाना इलाके में यह रिजर्व पाया गया है। देश में कुल 51 ब्लॉक मिले हैं। इनमें से 5 ब्लॉक में लिथियम, गोल्ड, पोटाश, मॉलिब्डेनम से जुड़े हुए हैं। 2018-19 से लेकर आज की तारीख में इन ब्लॉक्स को खोजा गया है। इसके अलावा 17 ब्लॉक्स कोयले के रिजर्व से जुड़े हैं। लिथियम के अनेकों फायदे हैं लेकिन इनका बड़े पैमाने पर उपयोग रिचार्ज करने योग्य बैटरियों में किया जता है।
लिथियम के फायदे
लिथियम उन्माद की गंभीरता और आवृत्ति को कम करने में मदद करता है, मूड स्विंग, बाइपोलर अवसाद का इलाज करने में मदद कर सकता है। यदि आपको आत्महत्या के बारे में अधिक सोचते हैं तो लिथियम इन भावनाओं को कम करने में मदद कर सकता है। लिथियम भविष्य में होने वाले उन्मत्त और अवसादग्रस्तता प्रकरणों को रोकने में भी मदद करता है।लिथियम और इसके यौगिकों में कई औद्योगिक तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। जिनमें गर्मी प्रतिरोधी ग्लास और चीनी मिट्टी की चीजे, लिथियम ग्रीस स्नेहक, लोहा, स्टील और एल्यूमीनियम उत्पादन के लिए फ्लक्स एडिटिव्स, लिथियम धातु बैटरी और लिथियम-आयन बैटरी शामिल हैं।
By TimesNow