WPL Auction: कोई खरीदेगी घर, किसी का चुकेगा कर्ज… WPL ने कैसे बदल दी महिला क्रिकेटर्स की जिंदगी। महिला प्रीमियर लीग (WPL) के पहले सीजन के लिए मुंबई में ऑक्शन का आयोजन किया गया जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में होने वाली नीलामी में खिलाड़ियों पर रुपयों पर बरसात हुई. कुल 87 खिलाड़ी सोल्ड हुए, जिसमें 30 विदेशी प्लेयर्स भी थीं.
टीम इंडिया की स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ऑक्शन की सबसे महंगी प्लेयर रहीं. स्मृति को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 3.40 करोड़ रुपये की सफल बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया.
WPL से खिलाड़ियों का सपना होगा पूरा
डब्ल्यूपीएल ने महिला खिलाड़ियों को ऐसा मंच दिया है. जहां वे अपनी प्रतिभा को विश्व पटल पर रखने जा रही हैं. साथ ही डब्ल्यूपीएल उन खिलाड़ियों की जिंदगी को नई उड़ान देने जा रहा है. जिन खिलाड़ियों पर ऑक्शन में पैसे की बरसात हुई हैं, उनमें कुछ प्लेयर ऐसे भी हैं जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और अब ऑक्शन ने उन्हें एक नया प्लेटफॉर्म दिया है. खिलाड़ी अब ऑक्शन के पैसों से अपना सपना पूरा करना चाहती है. किसी की ख्वाहिश अपने लिए घर खरीदने की है, तो कोई इन ऑक्शन के पैसों से कर्ज चुकता करेगी.
-बाबर आजम से डबल हुई स्मृति मंधाना की सैलरी, WPL ने कैसे कर दिया महिला क्रिकेटर्स को मालामाल
उदाहरण के लिए टीम इंडिया की विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष को भारी कीमत मिली और उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 1.90 करोड़ रुपये की कीमत में टीम में शामिल किया. अब ऋचा घोष इन पैसों से अपने माता-पिता के लिए फ्लैट खरीदना चाहती हैं. ऋचा घोष ने कहा, ‘मेरे माता-पिता का सपना था कि मैं भारत के लिए खेलूं. मैं अपनी टीम की कप्तानी करना चाहती हूं और भारत के लिए बड़ी ट्रॉफी जीतना चाहती हूं. मैं कोलकाता में एक फ्लैट खरीदना चाहती हूं. मैं चाहता हूं कि मेरी मां और पिता वहीं बस जाएं और अपने जीवन का आनंद लें.
भारतीय टीम की स्पिनर राधा यादव को भी ऑक्शन में यूपी वॉरियर्स ने 40 लाख रुपये की कीमत चुकाकर अपनी टीम में शामिल किया है. राधा यादव का भी सपना एक घर खरीदना है जहां उनकी फैमिली अच्छे से रह पाए. अब राधा यादव का यह सपना जरूर पूरा होने के करीब है. इसी तरह बाकी खिलाड़ियो की अपनी-अपनी ख्वाहिश है.
डब्ल्यूपीएल से आएगी क्रांति
डब्ल्यूपीएल आने वाले सालों में महिला क्रिकेट में नई क्रांति ला सकता है. फिलहाल आईपीएल से इसकी तुलना नहीं की जा सकती है. जैसे-जैसे इस टूर्नामेंट की लोकप्रियता बढ़ेगी, इसकी ब्रांड वैल्यू में भी इजाफा होगा. क्या पाता दस साल बाद कोई नई महिला क्रिकेटर को ऑक्शन में सैम कुरेन की तरह करोड़ों रुपये हासिल हों.
उदाहरण के लिए साल 2012 के आईपीएल नीलामी में रवींद्र जडेजा को 12.8 करोड़ रुपये मिले, वहीं आरसीबी ने युवराज सिंह को 14 करोड़ रुपये में खरीदा. फिर बाद में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 16 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कीमत दी थी. देखा जाए तो आईपीएल में खिलाड़ियों की सैलरी साल दर साल बढ़ती जा रही है. ठीक इसी तरह से WPL में भी आने वाले सालों में ऐसा ट्रेंड चलने की संभावना है.
By आज तक