नाहन 17 फरवरी। सिरमौर जिला का सुप्रसिद्ध महामाया बालासुंदरी जी चैत्र नवरात्र मेला जिला मुख्यालय नाहन से 20 किलोमीटर दूर त्रिलोकपुर में आगामी 22 मार्च से 6 अप्रैल तक श्रद्धा और उल्लास के साथ आयोजित किया जाएगा। 16 दिनों तक चलने वाले इस मेले की व्यापक प्रबंधों को लेकर उपायुक्त आर.के. गौतम ने शुक्रवार को मां सुंदरी के दरबार स्थित सभागार में बैठक का आयोजन किया। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी व मेला कमेटी के समस्त सदस्य मौजूद रहे।
आर.के. गौतम ने कहा कि महामाया बालासुंदरी सिरमौर जिला के साथ-साथ हरियाणा के एक बड़े परिक्षेत्र की भी अधिष्ठात्री देवी है और बड़े जनपद की अपार श्रद्धा से जुड़ा यह मेला बहुत बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आराध्य देवी के दर्शनों के लिये आते हैं जिसके चलते कानून व व्यवस्था, श्रद्धालुओं की सुविधा तथा स्वच्छता व आवास को लेकर बड़ी चुनौतियां रहती हैं। एजेण्डावार बैठक के मद्दों पर चर्चा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित बनाने के लिये कानून व व्यवस्था को बनाए रखना पहली प्राथमिकता है।
300 जवान संभालेंगे सुरक्षा जिम्मा
उपायुक्त ने कहा कि मेले में 150 पुलिस कर्मियों तथा 150 होम गार्ड के जवानों की तैनाती की जाएगी जो चप्पे-चप्पे की सुरक्षा सुनिश्चित बनाएंगे। एन.सी.सी.ए एन.एस.एस.व स्काउट एवं गाइड के वाॅलन्टिरों की भी सेवाएं ली जाएंगी। किसी प्रकार की आपदा से निपटने के लिये राज्य आपदा प्रबंधन बल की आधी टुकड़ी को भी तैनात करने के प्रयास किये जाएंगे। भगदड़ जैसी स्थिति का पूर्व आंकलन, आपदा प्रबधन सहित बैरिगेटर में यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए यथा जरूरत पुलिस बलांे को तैनात किया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर और अधिक जवानों की तैनाती की जा सकती है।
मेला परिसर को चार सेक्टरों में बांटा जाएगा
पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने अवगत करवाया कि कानून व व्यवस्था के दृष्टिगत मेला क्षेत्र को चार विभिन्न सैक्टरों में विभाजित किया जाएगास। प्रथम सेक्टर मंदिर परिसर से बाजार गेट तक, दूसरा सेक्टर मुख्य प्रवेश द्वार से ध्यानुभक्त मंदिर तक। तीसरा सेक्टर ध्यानुभक्त मंदिर से बस अड्डा पार्किग खैरी पुल तक जबकि बस अड्डा से हिमुडा पार्किंग तक चैथा सेक्टर चिन्हित किया गया है। प्रत्येक सेक्टर मे एक सेक्टर अधिकारी चैबीस घण्टे ड्यिूटि पर तैनात रहेगा। चार डी.एस.पी. की तैनाती भी इन सेक्टरों मे की जाएगी। उन्होंने कहा कि पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी के लिये लगभग 100 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किये जाएंगे। चप्पे-चप्पे पर रहेगा तीसरी आंख का भी पहरा। पुलिस द्वारा ड्राॅन से भी मेले की गतिविधियों की निगरानी की जाएगी। इसके लिये पुलिस अधीक्षक ने मेला परिक्षेत्र का सर्वेक्षण करने के लिये जल्द ही पुलिस की एक टीम भेजने की बात कही। उन्होंने कहा कि यथा रिपोर्ट सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि मेले के दौरान त्रिलोकपुर मे आग्नेय शस्त्र अथवा बिस्ॅफोटक सामग्री मेला क्षेत्र में लाना व ले जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। मेला क्षेत्र से काला अंब तक मीट, मांस विक्रेताओं पर नियंत्रण सहित मद्यपान पर भी प्रतिबंध रहेगा। मंदिर के प्रवेश द्वार पर मैटल डिटेक्अर की स्थापना की जाएगी।
वाहनांे की आवाजाही व पार्किंग के लिये अलग से व्यवस्था
आर.के. गौतम ने कहा कि मेले के दौरान त्रिलोकपुर में वाहनों की आवाजाही बहुत अधिक बढ़ जाती है जिसे नियंत्रित करना अनिवार्य है। मेला परिसर पूरी तरह से नो पार्किंग जोन रहेगा और आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को परमिट प्रदान किये जाएंगे। वैकल्पिक मार्गों को चिन्हित किया जाएगा। इसमे रूचीरा पेपर मिल्स के सामने के मार्ग, खैरी से टोका साहिब मार्ग तथा रूचीरा पेपर मिल्स के सामने स्थित मार्ग का प्रयोग किया जाएगा। त्रिलोकपुर में प्रातः 4 बजे से रात्रि 10 बजे तक वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। कालाअंब से त्रिलोकपुर मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही पर भी प्रातः चार बजे से रात्रि 9 बजेतक प्रतिबंध रहेगा। मेला पुलिस अधिकारी को कालाअंब स मेला क्षेत्र तक एक वाहन की व्यवस्था न्यास द्वारा की जाएगी।
सूचना केन्द्र की स्थापना की जाएगी
आर.के. गौतम ने कहा कि मेले के दौरन अत्यधिक भीड़ के कारण विछड़े यात्रियों क ेबच्चों, वृद्धजनों व महिलाओं आदि की सुरक्षा के लिये डी.पी.आर.ओ. की देख-रेख में एक गुमशुदा व पूछताछ तलाश केन्द्र की स्थापना की जाएगी। इसमें वीडियोग्राफी व ध्वनि प्रसारण स्थापित किया जाएगा जिसके माध्यम से एनाउंसमेंट करके विछुड़ों को उनके परिजनों को सौंपा जा सके। मेला पुलिस नियंत्रण केक्ष में भी ध्वनि प्रसार सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी।
स्वच्छता का रखा जाएगा पूरा ख्याल, 90 कर्मियों की करेंगे तैनाती
आर.के. गौतम ने कहा कि लाखों की संख्या में श्रद्धालुओ की आमद से क्षेत्र की स्वच्छता एक बड़ी चैनोती रहेगी, लेकिन इसे हर हाल में सुनिश्चित करना है। इसके लिये उन्होंने स्थानीय ग्राम पंचायत अभी से लोगों को जागरूक करके स्वच्छता अभियान चलाएगी। मेले में सफाई सुनिश्चित बनाने के लिये 90 सफाई कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। सफाई सामग्री व कूड़ा वाहन सहित निविदाएं आमंत्रित करने के लिये मेला कमेटी को उन्होंने निर्देश दिये उन्होंने कहा कि सफाई के लिये भी मेला क्षेत्र को चार विभिन्न सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा। मेला क्षेत्र में 16 नये अस्थाई शौचालय स्थापित किये जाएंगे। उन्होंने पहले से ही स्थापित शौचालयों की आवश्यक मुरम्मत करने के भी निर्देश दिये।
इसी प्रकार, मेले के दौरान श्रद्धालुओं को पेयजल सुविधा प्रदान करने के लिये उन्होंने जल शक्ति विभाग को मेला क्षेत्र में 50 अस्थाई कनेक्शन लगाने को कहा। उन्होंने भण्डारा क्षेत्रों में भी पानी की समुचित व्यवस्था बनाने के लिये कहा। इसके लिये टैंकरों से भी पानी की आपूर्ति की जाएगी।
चैबीस घण्टे लगेंगे भण्डारे, भोजन की गुणवत्ता पर रहेगी नजर
उपायुक्त ने कहा कि मेला क्षेत्र में विभिन्न 6 स्थानों पर भण्डारे लगेंगे। इसके लिये उन्होंने कमेटी को भण्डारा देने वाले का पूरा विवरण रिकार्ड करने तथा उपलब्ध करवाए जा रहे भोजन की गुणवत्ता को सुनिश्चित बनाने को कहा।उन्होंने कहा कि भोजन की गुणवत्ता की जांच के लिये खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के दो निरीक्षक, चिकित्सक तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारी की जिम्मेवारी होगी। उन्होंने भण्डारा देने वालों से यह भी आग्रह किया कि भोजन में तीन से चार दालें व सब्जियां होना जरूरी है और यह भण्डारे चैबीस घण्टे चलेंगे ताकि सुदूर क्षेत्रों से देरी से पहुंचने वाले श्रद्धालुओ को भी भोजन उपलब्ध हो सके।
जगह-जगह पर लगेंगे स्वास्थ्य शिविर
उपायुक्त ने कहा कि श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिये स्वास्थ्य विभाग व आयुर्वेद विभाग द्वारा स्वास्थ्य कैम्प स्थापित किये जाएंगे। इन कैम्पों में आवश्यक दवाएं व स्वास्थ्य परीक्षण उपकरण चिकित्सकों के पास उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा निजी अस्पतालों द्वारा भी स्वास्थ्य शिविर स्थापित किये जाएंगे। चार एम्बुलेंस भी तैनात की जांएगी।
मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण पर डीसी का विशेष बल
आर.के. गौतम ने कहा कि मेले के दौरान मुख्य मंदिर के साथ साथ समूचे मंदिर परिसर को लाईटों से जगमगाया जाएगा। परिसर को सुंदर बनाने के लिये हर संभव प्रयास किये जाएंगे। चढ़ावे की गणना चार सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हर रोज की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि माता के दर्शनों के लिये दिव्यांगजनों तथा वृद्धजनों के लिये मंदिर तक पहुंचाने के लिये वाहन की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने सभी विभागों से सौंपे गए दायित्वों को इमानदारी के साथ पूरा करने का आग्रह किया।
श्री बालासुंदरी चैत्र नवरात्र मेला 22 मार्च से 6 अपै्रल तक
16 दिनों तक चलने वाले मेले की तैयारियों को लेकर डीसी ने की बैठक
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