पुतिन-जिनपिंग की दोस्ती बाइडन के लिए ‘सिर दर्द’ बनी, रूस को खतरनाक हथियार देगा ड्रैगन? रूस और यूक्रेन के युद्ध को एक साल पूरा होने वाला है। ऐसे में अगर चीन (China) रूस को हथियार देता है तो यह न सिर्फ यूक्रेन बल्कि सभी पश्चिमी देशों के लिए चिंता की बात हो सकती है।
इस दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि चीन यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को हथियार और गोला-बारूद देने पर विचार कर रहा है। ब्लिंकन ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि चीन कंपनियां पहले ही रूस को ‘गैर-घातक समर्थन’ मुहैया कर रहा है। नई जानकारी संकेत दे रही है कि बीजिंग मॉस्को को ‘घातक मदद’ भी दे सकता है। ब्लिंकन (Antony Blinken)
ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस ‘मदद’ का मतलब चीन के लिए ‘गंभीर परिणाम’ होगा। हालांकि चीन ने इन खबरों का खंडन किया है।
एंटनी ब्लिंकन ने चीन को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस का ‘घातक समर्थन’ जारी रखने को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि इसके अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने चीन की ओर से कथित तौर पर अमेरिका में भेजे गए जासूसी गुब्बारों की घटना की भी निंदा की और कहा कि यह फिर कभी नहीं होनी चाहिए। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, ब्लिंकन और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठतम विदेश नीति अधिकारी वांग यी के साथ म्यूनिख में शनिवार को करीब एक घंटे तक बातचीत हुई थी।
तकरीबन दो हफ्ते पहले चीनी जासूसी गुब्बारे को अमेरिकी सीमा में मार गिराए जाने के बाद पहली बार दोनों देशों के शीर्ष राजनयिकों की आमने-सामने की मुलाकात हुई। ब्लिंकन ने ‘सीबीएस न्यूज’ को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘मैंने उन्हें स्पष्ट कर दिया कि चीन की ओर से अमेरिका के क्षेत्र में जासूसी गुब्बारा भेजना हमारी संप्रभुता,अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और यह दोबारा नहीं होना चाहिए। उनके प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि ब्लिंकन ने चीनी राजनयिक से यह भी कहा कि उनके देश के ‘जासूसी गुब्बारा कार्यक्रम की पोल दुनिया के सामने खुल गई है, जिसने पांच महाद्वीपों और करीब 40 देशों में घुसपैठ की।’ गुब्बारे की घटना की वजह से ब्लिंकन ने बीजिंग यात्रा का कार्यक्रम स्थगित कर दिया था।
रूस की मदद से अमेरिका चिंतित
ब्लिंकन ने कहा, ‘चीन की ओर से यूक्रेन युद्ध में रूस को दिए जा रहे घातक समर्थन को लेकर चिंता है। मैं उनके साथ साझा कर रहा हूं, क्योंकि राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे राष्ट्रपति शी जिनपिंग से साझा किया था कि हमारे रिश्तों पर इसके गंभीर प्रभाव हो सकते हैं।’ अमेरिकी विदेश मंत्री ने हमेशा राजनयिक संवाद और संवाद के रास्ते खुले रहने के महत्व को रेखांकित किया।
By इंडिया नैरेटिव