धर्मशाला, 28 फरवरी। जिला भाषा एवं संस्कृति विभाग ने मंगलवार को धर्मशाला में जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में जिले के 15 लोक नृत्य दलों के लगभग 250 कलाकारों ने भाग लिया। धर्मशाला कॉलेज के त्रिगर्त सभागार में आयोजित इस एक दिवसीय लोक नृत्य प्रतियोगिता का शुभारंभ एसडीएम धर्मशाला शिल्पी बेक्टा ने किया। राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के प्राचार्य राकेश शर्मा कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस मौके एसडीएम ने लोक कलाकारों से अपने क्षेत्र की संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन की दिशा में प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति हमारी पहचान है और इस प्रकार के आयोजन इसको बढ़ावा देने में सहायक हैं।
प्रतियोगिता में धर्मशाला के उपाहु सुक्कड़ के वंशिका कला मंच ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि सरस्वती स्वर संगम धर्मशाला ने दूसरा तथा कांगड़ा कला मंच धर्मशाला ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में पहले तीन स्थानों पर रहे दलों को ट्रॉफी व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी अमित गुलेरी ने मुख्यातिथि व लोक कलाकारों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि विभाग हर वर्ष इस तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित करवाता रहता है ताकि लोक कलाकारों को उचित मंच व प्रोत्साहन मिलता रहे।
ये रहे निर्णायक मंडल में शामिल
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल पल्लीयार के संगीत प्रवक्ता कुलदीप राणा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल अमनी के संगीत प्रवक्ता दिलबाग धीमान और राजकीय महाविद्यालय तकीपुर के सहायक संगीत प्रवक्ता सतपाल शामिल रहे।
कार्यक्रम में मंच का संचालन चंद्र भारद्वाज ने किया। जिला भाषा एवं संस्कृति विभाग के विनोद कुमार और आत्मा राम ने भी कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
जिला स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता सम्पन्न
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