हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा जिले के पालमपुर में खंड विकास कार्यालय खोलने की घोषणा की। बुधवार को पालमपुर होली मेले में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार पालमपुर में पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए बस स्टैंड के पास पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था करेगी।
उन्होंने राज्य में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए पालमपुर को आइटी हब के रूप में विकसित करने की भी बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित कर रही है। इससे युवाओं के लिए रोजगार सृजित होंगे और जिले में धार्मिक पर्यटन को भी बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिलेगा।
सुक्खू ने कहा कि कांगड़ा में हेलीपोर्ट के साथ-साथ कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार की प्रक्रिया भी चल रही है, जिससे न केवल कांगड़ा जिला बल्कि पूरे राज्य को लाभ होगा। मैं एक ऐसे परिवार से हूं, जिसने जीवन के सभी उतार-चढ़ाव देखे हैं और इसलिए मैं एक मुख्यमंत्री के रूप में जरूरतमंदों और आम आदमी की सेवा करने की कोशिश कर रहा हूं।
कुलानी-चांदपुर-भरमत-सिंबलू सड़क परियोजना
सीएम सुक्खू ने अधिकारियों को पालमपुर के भरमत में 7.28 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 9.30 किलोमीटर लंबी कुलानी-चांदपुर-भरमत-सिंबलू सड़क परियोजना को 18 माह के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़कें हिमाचल प्रदेश के लोगों की जीवन रेखा हैं, जहां परिवहन के अन्य साधनों की गुंजाइश सीमित है, इसलिए राज्य सरकार ने राज्य में सड़कों के निर्माण को प्राथमिकता दी है।
भाजपा की वजह से राज्य पर 5 हजार करोड़ का बोझ
संस्थानों को डीनोटीफाई करने के सवाल के जवाब में सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार जरूरत पड़ने पर संस्थान खोलेगी। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम छह महीनों में चुनावी लाभ की उम्मीद में 900 से अधिक संस्थानों को खोला और अपग्रेड किया, जिसने राज्य के खजाने पर 5 हजार करोड़ रुपये का बोझ डाला।