पांगी: जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी घाटी के 13 संपर्क मार्गों को लोक निर्माण विभाग की ओर से फिटनेस रिपोर्ट दे दी गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पांगी घाटी की 19 पंचायतों में एचआरटीसी सेवाएं बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर सड़कें वाहन करने का कार्य चलाया हुआ है।
इसी बीच शनिवार को लोक निर्माण विभाग की ओर से पांगी घाटी के 13 मार्गों की फिटनेस रिपोर्ट एचआरटीसी प्रबंधक को सौंपी गई है और उक्त रूटों पर रविवार और सोमवार से एचआरटीसी सेवाएं बहाल कर दी जाएगी। एचआरटीसी प्रबंधक की माने तो अभी तक तक घाटी में अधिकतम चालक व परिचालक नहीं पहुंचे हैं। जिस कारण सोमवार तक सभी चालक व परिचालक घाटी पहुंच जाएंगे और घाटी के 13 रूटों पर HRTC सेवाएं बहाल कर दी जाएगी।
इन रूटों को मिली लोक निर्माण विभाग से फिटनेस रिपोर्ट-
सुराल, धरवास, लुज, रेई, मिंधल, पुर्थी, साच, हुड़ान, करयूनी, गुवाड़ी, कुमार, चलोली, करयास टटन रूट पर एचआरटीसी बस बाहल कर दी जाएगी। वहीं अन्य रूटों पर उस समय बाहल होगी जब विभाग की ओर से एचआरटीसी प्रबंधक को फिटनेस रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
पांगी घाटी में यह रूट अभी रहेगें बंद
हिलौर, सेचू, चसग, हिलुटवान, शुण, प्रेग्रां, पुंटो, हुड़ान भटौरी, परमार भटौरी व उदीन नाला बंद रहेगी। इन सड़कों की अभी तक विभाग की ओर से फिटनेस रिपोर्ट नहीं दी गई। उधर सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रमोद ने बताया कि घाटी के 13 रूटों पर एचआरटीसी फिटनेस रिपोर्ट विभाग को सौंप दी हुई है।
नहीं आया बस स्टाफ
स्थानीय लोगों का कहना है कि गत वर्ष तीन मार्च से पांगी के अंदर के मार्गों पर बस सेवा शुरू कर दी गई थी लेकिन इस बार तो स्टाफ तक नहीं आया है। जिस कारण लोगों को जरूरी कार्य सहित गंतव्य पहुंचने के लिए निजी गाड़ियों के माध्यम से भारी भरकम किराया खर्च कर या फिर पैदल सफर करना पड़ रहा है। पांगी वासियों को साच-पास दर्रे से आवाजाही के लिए करना पड़ेगा लंबा इंतजार, विभाग ने बताई यह वजह
पांगी। पांगी घाटी के लोगों को इस बार वाया साच पास आवाजाही करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। हरेक वर्ष साच पास को बहाल करने का कार्य मार्च माह में शुरू कर दिया जाता था। लेकिन इस बार लोक निर्माण विभाग ने साच पास की बहाली का कार्य अप्रैल माह में शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके चलते मार्ग को बहाल होने में अधिक समय लग सकता है। विभाग की इस लेटलतीफी की वजह से पांगी वासी काफी परेशान हैं। क्योंकि वाया साच पास जिला मुख्यालय के आवाजाही करने के लिए पांगी वासियों को मात्र 172 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है। जबकि मौजूदा समय में वाया जम्मू कश्मीर आवाजाही करने के लिए उन्हें 700 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी बीमार और बुजुर्ग लोगों को उठानी पड़ती है। इतनी लंबी यात्रा वाहनों में तय करना उनके लिए काफी दिक्कत भरा रहता है।
मई माह में हरेक वर्ष साच पास को खोलने का लक्ष्य लोक निर्माण विभाग की तरफ से रखा जाता है। लेकिन इस बार जून माह में इसे खोलने का लक्ष्य विभाग ने तय किया है। ऐसे में पांगी वासियों को वाया साच पास आवाजाही करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। कार्यकारी अधिशासी अभियंता मंडल पांगी मोहिंद्र ठाकुर एक अप्रैल को साच पास को बहाल करने का कार्य शुरू किया जाएगा। जून माह के पहले सप्ताह में साच पास को बहाल करने का लक्ष्य विभाग ने रखा है। उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि मार्ग को जल्द बहाल करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि हर समय मार्च 15 को साचपास बाहली का कार्या किया जाता था। लेकिन उसमें विभाग को सड़क बाहल करने में काफी परेशानी पेश आती थी। उन्होंने बताया कि विभाग की टीम को शाम से साच-पास दर्रे से वापिस में काफी दिक्कतें पेश आती थी। जगह-जगह हिमखंड गिरने के कारण हमेशा खत्तरा बना रहता था। जिस कारण इस वर्ष देरी से साच-पास खोलने का निर्णय लिया गया है।