अक्सर लोगों को मुंह से जुड़ी बिमारियों का सामना करना पड़ता हैं जिसमें से एक हैं जीभ के छाले। छाले होना कोई गंभीर समस्या नहीं है। लेकिन इनकी वजह से कुछ भी चटपटा या तीखा खाने में बहुत परेशानी होती हैं।
जीभ के छाले आमतौर पर सप्ताह भर में अपनेआप ठीक हो जाते हैं। लेकिन जल्द राहत पाने के लिए कई लोग दवाइयों का सेवन करने लगते हैं। जबकि इसकी जगह आपको जरूरत होती हैं कुछ नुस्खों की। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो सालों से जीभ के छाले की समस्या से राहत दिलाने में मददगार साबित हो रहे हैं। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में…
एलोवेरा जेल
एलोवेरा जेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जीभ के छाले के लक्षण जैसे सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं। साथ ही, इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण छालों से जल्द राहत पाने में मदद करते हैं। एलोवेरा के पत्ते को काट कर, उसका जेल निकाल लें। अब इस जेल को छालों पर लगाएं। 5-10 मिनट बाद गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें।
हाइड्रोजन पेरोक्साइड
हाइड्रोजन पेरोक्साइड एक बेहतरीन एंटीसेप्टिक की तरह काम करता है इसीलिए जीभ के छालों को ठीक करने में इसे प्रभावशाली माना जाता है। डॉक्टर्स का मानना है कि 3 प्रतिशत हाइड्रोजन पेरोक्साइड को पानी में मिलाना चाहिए। याद रखें कि दोनों इंग्रेडिएंट्स को समान मात्रा में मिलाना है। अब रुई के गोले से इस मिक्सचर को अपने जीभ पर लागएं और कुछ देर बाद गर्म पानी से अपने मुंह धो लें।
नमक
नमक को सोडियम क्लोराइड के नाम से भी जाना जाता है। नमक छाले से होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है। नमक में मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण इन्फेक्शन से लडने में मदद करते हैं। एक चम्मच नमक को एक कप पानी में अच्छी तरह से मिला लें। उसके बाद मिश्रण से कुल्ला कर लें। ऐसा दिन में कई बार करने से मुंह के छालों को ठीक किया जा सकता है।
फिटकरी
जीभ के छाले के दर्द और जलन से राहत पाने से फिटकरी को पानी में डालकर उस पानी से कुल्ला करने पर दर्द से जल्दी आराम मिलने में मदद मिलती है। इसके अलावा मेंहदी और फिटकरी का चूर्ण बनाकर छालों में राहत मिलती है।
लौंग का तेल
लौंग में एगुनोल होता है जो कि सूजन-रोधी और बैक्टीरिया-रोधी गुणों से युक्त होता है। जीभ के छाले ठीक करने के लिए एक कप गर्म पानी में लौंग के तेल की 3 से 4 बूंदें डालें और इस मिश्रण से कुल्ला करें। आपको ये उपाय दिन में तीन से चार बार करना है।
बेकिंग सोडा
इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण जीभ के छालों के बैक्टीरिया को मारता है और उनसे आराम पाने में मदद करता है। बेकिंग सोडा मुंह का पीएच संतुलन बनाए रखता है और संक्रमण को रोकने में लाभकारी होता है। इसके लिए एक कप गुनगुने पानी में, एक चम्मच बेकिंग सोडा मिला लें। अब इस घोल से कुल्ला करें।
मिल्क ऑफ मैग्नीशिया
मिल्क ऑफ मैग्नीशिया को एसिड न्यूट्रलाइजर माना जाता है इसीलिए इसको अपनी जीभ पर हल्की मात्रा में लगाने से यह पीएच को नियंत्रित करता है और जीभ के छाले और दर्द से राहत दिलाता है।
तुलसी
तुलसी में एंटी-इंफ्लामेट्री, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। जीभ पर छाले से छुटकारा पाने के लिए आप तुलसी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। तुलसी की दो-तीन पत्तियां लें और उन पर नमक डालकर चबाएं। तुलसी का जो रस निकले उसे अंदर निगल लें। ये उपाय दिन में दो से तीन बार करें।
ग्लिसरीन
ग्लिसरीन जीभ के छाले का इलाज करने में सहायक साबित हो सकता है। यह जीभ के छाले के कारण हो रहे दर्द और जलन से आराम दिलाता है और घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। शहद और ग्लिसरीन को बराबर की मात्रा में मिलाकर एक पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को जीभ के छाले पर लगाएं। दो से तीन मिनट के बाद गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल में टेरपिनन-4-ओएल नामक एक यौगिक पाया जाता है। इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण भी होते है जो जीभ के छाले और उनके लक्षणों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। एक कप गर्म पानी में टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदों को मिला लें। हर रोज तीन से चार बार इस घोल को माउथ वॉश के रुप में उपयोग करें।