धर्मशाला, 24 मार्च। जिलाधीश कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने लोगों से जिला में क्षय रोग (टीबी) के खिलाफ एक जन आंदोलन खड़ा करने का आह्वान किया है। उन्होंने टीबी उन्मूलन के संकल्प को पूरा करने में बहुक्षेत्रीय सहभागिता पर भी बल दिया। वे ‘विश्व क्षय रोग दिवस’ यानी ‘वर्ल्ड टीबी डे’ पर जिला क्षय रोग उन्मूलन समिति के बैनर तले बहुक्षेत्रीय सहभागिता को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम तथा यूनियन संस्था के सहयोग से टीबी उन्मूलन के लिए विभिन्न विभागों के मध्य बेहतर समन्वय के लिए चर्चा का आयोजन किया गया। बैठक में सभी हितधारकों तथा संबंधित विभागों ने अपने सुझाव दिए।
उपायुक्त ने कहा कि साल 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने के संकल्प के साथ काम किया जा रहा है। कांगड़ा जिला इसमंे अपनी भूमिका निभाने को तत्पर है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जिला प्रशासन निरंतर प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में टीबी के लिए नैदानिक क्षमता में काफी वृद्धि के साथ डायग्नोस्टिक सुविधा की मजबूती पर बल दिया गया है। जिले में 47 सक्रिय टीबी डायग्नोस्टिक केंद्र हैं।
9 मुख्य बिंदुओं पर करें काम
जिलाधीश ने टीबी समाप्त करने को नौ मुख्य बिंदुओं पर काम करने को कहा। उन्होंने प्रकल्पित टीबी परीक्षा दर में वृद्धि करने, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र से टीबी की पहचान पर बल देने, टीबी निवारक उपचार व्यवस्था को मजबूत करने को कहा। साथ ही दवा प्रतिरोधी टीबी में कमी लाने, सामुदायिक भागीदार के लिए रणनीति निर्माण, बहुक्षेत्रीय सहभागिता और सामाजिक कॉर्पोरेट गतिविधियों का बढ़ावा देने तथा टीबी मुक्त भारत अभियान को और गति से आगे बढ़ाने और बीमारी के कारण होने वाले जेब खर्च को कम करने के लिए कार्य करने पर बल दिया।
कांगड़ा में टीबी समाप्ति के लिए खुला संवाद कार्यक्रम को दें गति
डॉ. निपुण जिंदल ने टीबी जागरूकता के लिए जिले मेें चलाए विशेष कार्यक्रम कांगड़ा में टीबी समाप्ति के लिए खुला संवाद को और गति से आगे बढ़ाने को कहा। इस कार्यक्रम के तहत सामुदायिक भागीदारी के साथ टीबी पर जागरूकता को खुली चर्चा तथा बीमारी को लेकर गलत धारणाओं को दूर करने की दिशा में काम किया जा रहा है।
जिले में बनेंगी पंचायत टीबी फोरम
जिलाधीश ने कहा कि जिले की ग्राम पंचायतों में पंचायत टीबी फोरम गठित की जाएंगी। पंचायत प्रधान की अध्यक्षता में बनने वाली इन फोरम में सदस्य के तौर पर स्थानीय 20 से 25 लोग शामिल रहेंगे। संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी इस फोरम के सदस्य सचिव होंगे । आरंभिक तौर पर जिले की 210 पंचायत टीबी फोरम गठित की जाएंगी।
उपायुक्त ने ग्राम सभा बैठकों में भी टीबी जागरूकता पर चर्चा सुनिश्चित करने को कहा।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील शर्मा ने जिले में टीबी उन्मूलन के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी।
इस दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. आर.के.सूद ने जिलाधीश का स्वागत करते हुए टीबी उन्मूलन के लिए बहुक्षेत्रीय सहभागिता को लेकर उठाए कदमों से अवगत कराया।
बैठक में यूनियन संस्था के प्रतिनिधि प्रवीण कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा अन्य हितधारक उपस्थित रहे।
‘वर्ल्ड टीबी डे’ पर बोले डीसी…बीमारी के खिलाफ खड़ा करें एक जन आंदोलन
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