नाहन, 24 मार्च। उपायुक्त सिरमौर आर. के. गौतम ने शुक्रवार को नाहन में जल शक्ति विभाग द्वारा आयोजित ‘‘कैच द रेन अभियान’’ सम्बन्धी बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वर्षा जल संग्रहण के लिए सभी को सामुहिक प्रयास करने चाहिएं। उन्होंने कहा कि इस कार्य में जहां सम्बन्धित विभाग निरंतर प्रयासरत हैं वहीं इसमें पंचायतों को भी अहम भूमिका निभानी चाहिए।
उपायुक्त ने कहा कि वर्षा जल संग्रहण (रेन वाटर हारवेस्टिंग) से जहां भूगर्भ जल स्तर में वृद्धि होती है वहीं तालाबों, कुंओं, बावड़ियों आदि परम्परागत जल स्रोतों में समुचित मात्रा में जल उपलब्ध रहता है।
आर.के. गौतम ने कहा कि जिला के समस्त जल स्रोतों की जियो टैगिंग का कार्य निर्धारित समयावधि के भीतर पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर उपलब्ध जल संसाधनों की भी जियो टैगिंग की जानी चाहिए ताकि परम्परागत जलस्रोतों की उचित देखभाल सुनिश्चित बनाई जा सके।
उन्होंने बताया कि सिरमौर जिला में 8296 जल स्रोतों की जियो टैंिगग का कार्य पूरा किया किया गया है जिसमें नाहन में 1277, पच्छाद में 2230, पांवटा साहिब में 896, राजगढ़ में 1284, संगडाह में 1163 और शिलाई में 1446 जियो टैगिंग मामले शामिल हैं।
उपायुक्त ने सरकार के दिशा निर्देश के अनुरूप सरकारी और गैर सरकारी भवनों में वर्षा जल संग्रहण टैंक निर्माण सुनिश्चित बनाने का आग्रह भी किया।
अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर मनेश यादव, परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण अभिषेक मित्तल, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति विभाग अनिल जसवाल, उप पुलिस अधीक्षक मीनाक्षी, जिला कार्यक्रम अधिकारी सतीश शर्मा, शिक्षा, स्वास्थ्य, डाक विभाग के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
‘‘कैच द रेन अभियान’’ को सफल बनाने के लिए पंचायतें सहयोग करें-उपायुक्त
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