सुजानपुर 31 मार्च। राष्ट्रीय पोषण पखवाड़े के तहत प्रवासी श्रमिकों को पोषण के महत्व से अवगत करवाने के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय सुजानपुर ने इन श्रमिकों की झुग्गी बस्ती में विशेष जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया। बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने बताया कि इस दौरान विभाग के कर्मचारियों ने झुग्गी बस्ती के लोगों को पोषण संबंधी जानकारी प्रदान की।
उन्होंने बताया कि आईसीडीएस सेवाओं के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से गर्भवती और धात्री महिलाओं तथा बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में गर्भ से लेकर शिशु के बड़े होने तक की अवधि के दौरान पोषण संवद्र्धन की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अन्य योजनाओं के माध्यम से भी बच्चों और महिलाओं को लाभान्वित किया जा रहा है। कर्मचारियों ने बताया कि इन योजनाओं के बावजूद कई बार शिशु और माताएं कुपोषण का शिकार हो जाती हैं। इसलिए सही पोषण के प्रति आम लोगों में जागरुकता बहुत जरूरी है।
इसलिए गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की नियमित एवं सही पोषण, नवजात शिशु के लिए स्तनपान, शिशु को सही समय पर ऊपरी आहार शुरू करना और उसके शारीरिक विकास की नियमित निगरानी इत्यादि का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। कर्मचारियों ने बताया कि आम लोगों को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खाद्य सामग्रियों के पोषण ज्ञान के साथ-साथ बाजार में कम लागत में उपलब्ध खाद्यान्नों और उनमें उपलब्ध पोषक तत्वों की जानकारी देना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में भारत के परंपरागत मोटे अनाज बहुत ही उपयोगी एवं गुणकारी हैं। उन्होंने प्रवासी मजदूरों से सरकार की स्वास्थ्य एवं पोषण सेवाओं का अधिकतम उपभोग करने तथा अपने दैनिक भोजन में मोटे अनाज के प्रयोग करने का आह्वान भी किया।
झुग्गी बस्ती में बताया पोषण का महत्व
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