प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि ‘नया भारत’ नई नीतियों और रणनीतियों के साथ आगे बढ़ रहा है और उनकी सरकार अतीत के ‘प्रतिक्रियाशील दृष्टिकोण’ को छोड़कर प्रौद्योगिकी व बुनियादी ढांचे के मामलों में सक्रियता से काम कर रही है।
उन्होंने उन लोगों पर भी निशाना साधा जो खुद को ‘बड़ा अर्थशास्त्री’ मानते हैं, ये बड़े कारोबारियों को ‘फोन पर’ कर्ज देते थे और आज मुद्रा योजना का मजाक उड़ा रहे हैं। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका कटाक्ष स्पष्ट रूप से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर था।
चिदंबरम ने उठाए थे सवाल
चिदंबरम ने हाल ही में ‘मुद्रा’ योजना पर सवाल उठाया था और आश्चर्य जताया था कि 50,000 रुपए के ऋण के साथ किस तरह के व्यवसाय शुरू किए जा सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत 23 लाख करोड़ रुपए का ऋण दिया गया है, जिसमें 70 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि माइक्रो फाइनांसिंग जमीनी स्तर की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में बहुत कुछ करता है, लेकिन कुछ लोग जो खुद को बड़ा अर्थशास्त्री मानते हैं, उन्हें कभी इसका एहसास नहीं हुआ और वे आम आदमी की क्षमताओं को नहीं समझते हैं।
युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र
कार्यक्रम में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में 71,506 भर्तियों के लिए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए गए। मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद से बदलाव के पैमाने को रेखांकित करने के लिए विकास के कई आंकड़ों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि 2014 तक सात दशकों में केवल 20,000 किलोमीटर रेल लाइन का विद्युतीकरण किया गया था, लेकिन पिछले नौ सालों में यह आंकड़ा 40,000 किलोमीटर हो गया है। उन्होंने कहा कि 2014 तक ग्रामीण सड़क की लंबाई चार लाख किलोमीटर थी लेकिन अब यह 7.25 लाख किलोमीटर हो गई है जबकि गांवों में छह लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि देश में 148 हवाई अड्डे हैं जबकि पहले यह संख्या 74 थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में केंद्र सरकार ने पूंजीगत व्यय में चार गुना की वृद्धि की है जिसकी वजह से ना सिर्फ रोजगार के अवसर बढ़े बल्कि लोगों की आय में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ गांव से लेकर शहरों तक, भारत में रोजगार के करोड़ों अवसर पैदा करने वाला अभियान है। प्रधानमंत्री ने भारत को दुनिया की सबसे तेज रफ़्तार से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था करार देते हुए कहा कि आज जहां पूरी दुनिया कोविड महामारी के बाद मंदी से जूझ रही है और ज्यादातर देशों की अर्थव्यवस्था लगातार गिरती जा रही है, वहीं इन सबके बावजूद पूरी दुनिया भारत को एक उभरती ताकत (ब्राइट स्पॉट) के रूप में देख रही है।
उन्होंने कहा, ”आज का नया भारत जिस नई नीति और रणनीति पर चल रहा है उसने देश में नई संभावनाओं और अवसरों के द्वार खोल दिए हैं।” बुनियादी अवसंरचना में निवेश को रोजगार के अवसर पैदा करने का एक और पक्ष बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब सरकार पूंजीगत व्यय पर खर्च करती है तो बड़े पैमाने पर सड़क, रेलवे, बंदरगाह जैसी बहुत सी चीजें तैयार हो जाती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान बीते नौ वर्षों में पूंजीगत व्यय में चार गुना की वृद्धि हुई है। इससे रोजगार के नए अवसर और लोगों की आय, दोनों में वृद्धि हुई है।
चिदंबरम ने उठाए थे सवाल
युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र