मंडी ब्वायज स्कूल पहुंचे सौ साल के पूर्व छात्र और स्वतंत्रता सेनानी,बच्चों को दी दुआएं और टिप्स
Greatway News Network
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बाबूजी ओम चंद्र ने राजा जोगिंदर सिंह के राज काल में 1928-29 में विजय हाई स्कूल में पहली क्लास में लिया था दाखिला ,बच्चों को सुनाए संस्मरण।
हिमाचल में शायद प्रथम अवसर होगा, जब 100 साल की उम्र पार कर चुके किसी कर्मठ बुजुर्ग ने स्वस्थ अवस्था में अपने स्कूल में जाकर बच्चों को कापियां बांटी व संस्मरण सुनाएं। जो सभी के लिए प्रेरणादायक का स्त्रोत बने हैं। ऐसा ही इतिहास रचा गया है सोमवार को मंडी जिला के राजकीय विजय सीनियर सेकेंडरी स्कूल ब्यायज मंडी में। वर्ष 1979 में इंजीनियर यदुनंदन मल्होत्रा ने जन सेवा हेतु दीन सहायक ट्रस्ट बनाया था। जिसके तत्वाधान में सोमवार को इसके ट्रस्टी स्वतंत्रता सेनानी सौ वर्षीय बाबूजी ओम चंद्र कपूर , ज्योति प्रकाश मल्होत्रा, तेजिंदर वैद्य, प्रबंधक सरदार गुरबख्श सिंह ने स्कूल में जाकर छह सरकारी स्कूलों के आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए कापियां वितरित की। जो स्कूलों के प्रतिनिधि अध्यापकों ने स्वयं आकर के प्राप्त की व बच्चों ने भी कापियां प्राप्त होने पर हर्ष व्यक्त किया। ज्ञात रहे कि सोमवार से ही वर्ष 2023-24 के शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई भी प्रारंभ हुई है।
कॉपियों का वितरण जीपीएस पड्डल, जीएमएस पुरानी मंडी, जीपीएस समखेतर, जीपीएस भगवाहन, जीपीएस यू-ब्लॉक व राजकीय विजय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों में मुख्य अतिथि व बाबू ओम चंद द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसडीएम मंडी रितिका जिंदल ने की। बच्चे इस गौरवमय आयोजन के गवाह बने जिसमें सारा स्टाफ भी उपस्थित था। स्कूल के सबसे होनहार बच्चे ने बाबू ओम चंद को स्कूल का सबसे पुराना छात्र होने के नाते उनको हार डाल कर सम्मानित किया। हेमलता पुरी ने मंच का सफल संचालन करते हुए ट्रस्ट की पृष्ठभूमि बताई वह कार्यक्रम के प्रयोजन के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर ट्रस्ट के चेयरमैन हंसराज मल्होत्रा अस्वस्थ होने के कारण स्वयं उपस्थित नहीं हो सके। ट्रस्ट की ओर से कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर सतीश मल्होत्रा, अजय सहगल, प्रधान ओल्ड स्टूडेंटस एसोसिएशन अनिल शर्मा छुच्छू, विनोद बहल व उनके मित्रों पुष्पराज टंडन, रोशन लाल कपूर व डा. पवन वैद्य का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि स्कूल के चार होनहार बच्चों ने बुजुर्ग अतिथि बाबू ओम चंद से कुछ प्रश्न पूछे। प्रश्न बहुत ही दिलचस्प थे जैसे कि उनको क्या उस समय पॉकेट मनी मिलती थी। क्या स्कूल में मार पड़ती थी। क्या उनका बस्ता हमारी तरह तब भी भारी होता था। प्रिंसिपल जैश्री कपूर ने बुजुर्गों व प्रबुद्ध जनों का आना स्वयं में ही गौरव की बात है। सेवानिवृत्त सेशन जज तेजिंदर वैद्य ने प्रिंसिपल का आभार प्रकट किया। (एचडीएम)
राजाओं के समय लिया था स्कूल में प्रवेश
बाबूजी ओम चंद ने राजा जोगिंदर सिंह के राज काल में वर्ष 1928-29 में विजय हाई स्कूल में प्रथम कक्षा में प्रवेश लिया था और दसवीं यहीं से पास की थी। इन्होंने अपना 100वां जन्मदिन धूमधाम से इसी वर्ष 24 फरवरी को मनाया और अभी भी वह ट्रस्ट के कार्य को कर्मठता से व नियमित रूप से कार्यालय में आकर करते हैं।