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कुंडली में कमजोर गुरु बन सकता है अभाग्य का कारण, जानें इसके संकेत और कैसे करें बृहस्पति को मजबूत

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कुंडली में कमजोर गुरु बन सकता है अभाग्य का कारण, जानें इसके संकेत और कैसे करें बृहस्पति को मजबूत।ज्योतिष शास्त्र में नवग्रह का विशेष महत्व है। इन्हीं ग्रहों में से एक है गुरु बृहस्पति, जिसे देवताओं का गुरु माना जाता है। ऐसे में अगर कुंडली में गुरु की स्थिति कमजोर होती हैं, तो जातक को रोजमर्रा की जिंदगी में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

कमजोर गुरु के कारण संतान को कष्ट, विवाह में अड़चन, वैवाहिक जीवन में परेशानियों से लेकर धन हानि का सामना तक करना पड़ सकता है। व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक समस्याएं हो सकती हैं। जानिए लाल किताब के अनुसार, अगर किसी की कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति कमजोर है, तो उसे क्या संकेत मिलते हैं और गुरु की स्थिति को मजबूत करने के लिए कौन से उपाय करना होगा शुभ।

बृहस्पति के बुरे प्रभाव के लक्षण

देवताओं के गुरु को ज्ञान का कारक माना जाता है। ऐसे में अगर पढ़ाई में किसी न किसी तरह की अड़चन आ रही हैं, तो वो कुंडली में खराब गुरु के कारण भी हो सकता है।
गुरु को धन लाभ का भी कारक माना जाता है। ऐसे में अगर कुंडली में गुरु की अशुभ स्थिति है, तो व्यक्ति का भाग्य कभी साथ नहीं देता है और धन हानि का सामना करना पड़ता है।
किसी न किसी कारण विवाह होने में अड़चन आ रही है, तो वह गुरु दोष के कारण हो सकता है।
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गुरु की स्थिति कमजोर होने पर व्यक्ति को आंख, गले, कान, सांस, फेफड़ों संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
गुरु कमजोर होने पर व्यक्ति को पेट संबंधी समस्याएं जैसे कि गैस, कब्ज, अपच जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है यानी पूरे पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है।
अगर व्यक्ति की अचानक से तरक्की रुक जाएं और हर काम में असफलता हासिल होने लगे, तो यह गुरु दोष के कारण हो सकता है।
जिस समाज में उसका मान-सम्मान था और वहीं अब उसके बारे में गलत-गलत अफवाह फैलने लगे, तो यह गुरु की स्थिति कमजोर होने के कारण होता है।
अगर व्यक्ति को सपने में सांप दिखता हैं, तो इसे भी गुरु के कमजोर होने का संकेत माना जाता है।
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कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति मजबूत करने के उपाय

अगर आपको इन संकेतों में कोई नजर आ रहा हैं, तो एक बार पंडित से जरूर सलाह लें। इसके अलावा इन ज्योतिषी उपायों को अपना शुभ साबित हो सकता है।
कुंडली में गुरु की स्थिति को मजबूत करने के लिए हर गुरुवार के दिन व्रत रखना शुभ हो सकता है। इसके साथ ही केले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए।
गुरुवार के दिन केले के पेड़ में गुड़ और चना का भोग लगाना शुभ साबित हो सकता है। इसके साथ ही घी का दीपक जलाएं।
हल्दी के पीले रंग को बृहस्पति से जोड़ा जाता है। इसलिए कुंडली में गुरु बृहस्पति की स्थिति को मजबूत करने के लिए एक गांठ हल्दी लेकर इसे एक पीले धागे में बांधकर अपने हाथ के बाजू पर या गले में पहन लें।
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गुरुवार के दिन ‘ॐ बृं बृहस्पतये नमः’ मंत्र का जाप करें। इससे भी लाभ मिल सकता है।
गुरुवार को बृहस्पति देव की पूजा करते समय पीला चंदन, पीले फूल, पीले पकवान और पीले वस्त्र जरूर अर्पित करें।
गुरुवार के दिन आटे की लोई में थोड़ी सी चने की दाल, गुड़ और चुटकी भर हल्दी डालकर गाय को खिलाएं। इससे भी कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है।

By जनसत्ता

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