गर्मियों में कुत्ता काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसकी वजह है कि गर्मियों की वजह से कुत्ते अधिक आक्रामक हो जाते हैं। वहीं भूख प्यास आदि की व्याकुलता बढ़ जाती है।
ऐसे में गुस्सैल प्रवृत्ति के हो जाने की वजह से कुत्ते लोगों काटने की कोशिश करते हैं। सड़कों पर थोड़ी सावधानी की आवश्यकता है।
आंबेडकर अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डाक्टर अजीत कुमार बतातें है, डाक्टर भीमराव आंबेडकर अस्पताल में हर दिन कुत्ता के शिकार हुए पीड़ित पहुंच रहे हैं, जिन्हें रेबीज वैक्सीन लगाकर इलाज किया जा रहा है। लोग कुत्ता पाल तो रहे हैं, लेकिन कई लोग उन्हें समय-समय पर लगने वाला वैक्सीन नहीं लगवाते हैं। वहीं सही तरह से प्रशिक्षण नहीं मिलता है। ऐसे में यह कुत्ते भी आक्रामक हो जाते हैं और काटते हैं।
कुत्ते के काटने पर इन बातों का रखें ध्यान
अस्पताल में कई केस ऐसे आते हैं जिन्हें पालतू कुत्तों ने काट लिया। इसलिए पालतू कुत्तों को का भी समय पर वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है। ताकि काटने पर संक्रमण ना फैले। कुत्ता काटने पर सबसे पहले उसे साफ पानी से धो लें। इसके बाद अस्पताल पहुंचे। और चिकित्सकीय उपचार लें। पीड़ित को चार इंजेक्शन लगते हैं। इसमें पहला दिन, तीसरे दिन, सातवां दिन और 14 दिन में रेबीज वैक्सीन लगाया जाता है। संक्रमण फैले ना इसके लिए यह वैक्सीन बहुत जरूरी है। क्योंकि यदि पूरा कोर्स ना करें तो संक्रमण फैलने का खतरा अधिक बढ़ जाता है।
कुत्ता काटे तो तुरंत करें ये उपाय
– घाव को सबसे पहले धो लें, हल्के साबुन का प्रयोग करें, और उस पर पांच से 10 मिनट के लिए गर्म नल का पानी चलाएं।
– एक साफ कपड़े से रक्तस्राव को धीमा करें।
– यदि आपके पास है तो ओवर-द-काउंटर एंटीबायोटिक क्रीम लगाएं।
– घाव को जीवाणुरहित पट्टी से लपेटें।
– घाव पर पट्टी बांध दें और अपने डॉक्टर को दिखाएं।