‘राम ने खोया बहुत कुछ, ‘श्रीराम’ बनने के लिए…’ हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की चर्चाएं, विक्रमादित्य सिंह की पोस्ट से हलचल।हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से कांग्रेस की ओर से प्रदेशाध्यक्ष को बदलने की अटकलें तेज हुई हैं. चर्चाएं हैं कि कांग्रेस की तरफ से प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) को बदला जा सकता है.
अटलकों को बल इसलिए भी मिल रहा है क्योंकि प्रतिभा सिंह के बेटे और कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) की सोशल मीडिया पोस्ट भी इन चर्चाओं को बल दे रही है. हालांकि, कांग्रेस की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ भी सामने नहीं आया है. दरअसल, बीते कुछ समय से प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की चर्चाएं चल रही हैं.
जब-जब प्रदेश कांग्रेस में बदलाव की अटकलें सामने आती हैं, तब-तब कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट के जरिये सियासी संदेश देने की कोशिश करते हैं. रविवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. प्रतिभा सिहं के बेटे विक्रमादित्य सिंह की इस फेसबुक पोस्ट सियासी हलचल मची है.
विक्रमादित्य सिंह ने लिखा, त्याग की सब ख्वाहिशें, कुछ अलग करने के लिए… ‘राम’ ने खोया बहुत कुछ ‘श्रीराम’ बनने के लिए. विक्रमादित्य सिंह की इसी पोस्ट के अब कई मायने निकाले जा रहे हैं और प्रदेशाध्यक्ष बदलने की अटकलों से जोड़ा जा रहा है. इससे पहले, भी बीते माह कुछ ऐसी ही चर्चाएं चली थी तो उन्होंने लिखा था कि पदों के पीछे भागना हमारे खून और फ़ितरत में नहीं है. कैबिनेट रैंक हमारे लिए कोई मायने नहीं रखता है. लोगों के दिलों में नंबर वन रैंक हमारे लिए सबसे बड़ी पूंजी हैं. सर्वत्र हिमाचल का सर्वत्र विकास.
कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट के जरिये सियासी संदेश देने की कोशिश करते हैं.
दिल्ली गए थे विक्रमादित्य सिंह
हाल ही में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह दिल्ली गए थे और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से मुलाकात की थी. विक्रमादित्य ने शुक्ला को प्रदेश सरकार और संगठन से संबंधित फीडबैक दिया था. साथ ही संगठन के प्रति समर्पित और निष्ठावान कार्यकर्ताओं के लिए सरकार में औहदे भी मांगे थे. विक्रमादित्य सिंह बीते कुछ दिनों से दिल्ली में डटे हुए थे. बाद में उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी और ज्योतिरादित्य सिंधियां से भी मुलाकात की थी.
क्यों उठ रही है चर्चा
दरअसल, कांग्रेस के जयपुर सम्मेलन में यह तय हुआ था कि एक व्यक्ति को एक ही पद मिलेगा. ऐसे में प्रतिभा सिंह सांसद के साथ-साथ प्रदेशाध्यक्ष भी हैं.हालांकि उन्हें पद से हटाना आसान नहीं है.. क्योंकि बीते तीन चुनाव में कांग्रेस को हिमाचल में जीत मिली है. मंडी लोकसभा उपचुनाव, विधानसभा चुनाव और शिमला नगर निगम चुनाव में कांग्रेस ने उनके नेतृत्व में लड़ते हुए बाजी मारी थी. फिलहाल, अब वक्त ही बताएगा कि कांग्रेस क्या कदम उठाती है.
By News18