शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि जब पूर्व मुख्यमंत्री को किसी मृतक के घर जाकर शोक प्रकट करने से रोका गया है। ऐसी असंवेदनशील और गैरजिम्मेदार सरकार प्रदेश में पहली बार आई है। सलूणी हत्याकाण्ड पर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि घटना के 11 दिन बीत गए हैं, लेकिन सरकार का एक भी प्रतिनिधि अभी तक मृतक के घर नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार बताए कि मृतक मनोहर के परिवार से मिलने से प्रदेश को किस प्रकार का खतरा था। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार कुछ अहम चीजें छुपाना चाह रही है। तभी हमें मृतक के परिवार से मिलने से रोक दिया गया। उन्होने कहा कि हम पीड़ित परिवार के साथ हैं। जब तक न्याय नहीं मिल जाता, हम चुप नहीं बैठेंगे। सरकार आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करे।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि इस जघन्य हत्याकाण्ड की जानकारी होने पर मैं अपने पार्टी अध्यक्ष के साथ पीड़ित परिवार से मिलकर अपनी शोक सम्वेदना प्रकट करना चाह रहे थे, लेकिन हमें बलपूर्वक रोका गया। मैंने वहा उपस्थित पुलिस अधिकारियों से सरकार से बात करने को कहा लेकिन उन्होंने साफ मना करते हुए कहा कि हमें ऊपर से आदेश आया है कि आप लोगों को वहां न पहुंचने दिया जाए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि क्या अब सामान्य नैतिकता के तकाजे सरकार से पूछकर करने होंगे। क्या अब पूर्व मुख्यमंत्री अपने ही लोगों के बीच जाकर किसी शोक संतप्त परिवार से मिल भी नहीं सकता, किसी को ढांढस भी नहीं बंधा सकता। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह नहीं होगा, इस तरह की तानाशाही से हम हिमाचल की परम्परा को नहीं तोड़ने देंगे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस तरह से मुझे वहां जाने से रोका गया है, उससे यह साफ है कि सरकार जरूर कुछ छुपाना चाहती है।
मुख्यमंत्री सुक्खू कर रहे हैं बचकानी बात
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुक्खू कह रहे हैं कि केन्द्र सरकार को मैं फोन करके एनआईए और सीबीआई जांच करवा सकता हूं। यह बयान पूरी तरह से बचकाना और गैर जिम्मेदारी भरा है। मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए इस तरह के बयान इस पूरे मामले में उनकी गम्भीरता को भी बता रहे हैं कि सरकार मनोहर हत्याकाण्ड में कितनी गम्भीर है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस तरह के गैरजिम्मेदारी भरे बयानों से बाज आना चाहिए।
एनआईए जांच के लिए कहना और लिखकर देना एक ही बात:
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुक्खू द्वारा विपक्ष से लिखित में एनआईए जांच की मांग करने का जवाब देते हुए कहा कि यह बात हमने देश की मीडिया के सामने की है। अब लिखकर क्या देना है। हमारा काम आरोपित की संदिग्ध गतिविधियों को सरकार के संज्ञान में लाना था। अब सरकार को उस पर कार्रवाई करते हुए इस माामले की जांच एनआईए से करवानी चाहिए। जिससे सभी पहलुओं पर जांच हो सके, क्योंकि हत्यारोपित पर जो भी आरोप लग रहे हैं वह बहुत गम्भीर हैं।
11 दिन बाद भी नहीं पहुंचा सरकार का एक भी प्रतिनिधि:
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस जघन्य घटना को 11 दिन बीत गए हैं लेकिन सरकार की तरफ से एक भी प्रतिनिधि अभी तक पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचा है। इस दौरान कांग्रेस दो-दो मंत्री चम्बा भी गए लेकिन वह भी पीड़ित के घर तक नहीं पहुंचे। आखिर हमारे ही परिवार के बेटे की हत्या के बाद भी कांग्रेस सरकार के लोग पीड़ित परिवार से इस तरह की दूरी क्यों बना रहे हैं। क्या इसी व्यवस्था परिवर्तन की बात मुख्यमंत्री कर रहे थे, जहां पर गरीब आदमी की कोई सुनवाई नहीं हो।