बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होनें सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि किसी विभाग के आंकड़ों को दर्ज करने में कोई त्रुटि पाई जाती है तो इसे तुरन्त दुरुस्त करके सांख्यिकी विभाग को प्रेषित करें ताकि वर्ष 2022 के किए इसका प्रकाशन किया जा सके। ताकि सूचना को संकलित करके प्रकाशन हेतु आर्थिक सलाहकार हिमाचल प्रदेश को शीघ्र भेज सकें।
उपायुक्त ने बताया कि ज़िले के विभिन्न विभागों की इंडेक्स सम्बंधित आंकड़े त्वरित रूप से सांख्यिकी विभाग के पास संकलित करने के उद्देश्य से डिस्ट्रिक्ट गुड गवर्नेंस इंडेक्स ड़ीजीजीआई सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है जो आरम्भिक तौर पर हिमस्वान के माध्यम से चलाया जाएगा।
उन्होंने डीजीजीआई सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इससे पहले समस्त विभागों द्वारा विभिन्न सूचकांको से सम्बंधित आंकड़े सांख्यिकी विभाग के पास कागजो के माध्यम से जाते थे, जिसे सांख्यिकी विभाग द्वारा वार्षिक अवधि में संकलित किया जाता था, परन्तु इस डीजीजीआई सॉफ्टवेयर के संचालन से अब यह डाटा ऑनलाइन वर्ष में कभी भी अपडेट किया जा सकेगा तथा राष्ट्रीय मानकों के संदर्भ में इनका मूल्यांकन करने में भी आसानी होगी।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि इसी वर्ष में इस सॉफ्टवेयर के लिए अलग डोमेन का पंजीकरण भी किया जाएगा ताकि यह अधिक कुशलता से कार्य कर पाए।
बैठक में सहायक आयुक्त शशि पाल नेगी, डीएफओ हेडक्वार्टर शशि किरण, ज़िला इंफॉर्मेटिक्स अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।