कल पीएम मोदी के मन की बात में तपेदिक के विषय और तपेदिक रोग को नियंत्रित करने में निक्षय मित्र की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। ऊना की नलिनी सिंह 7 साल की बच्ची ने टीबी के मरीजों को गोद लिया है और अपनी पॉकेट मनी से उन्हें उचित पोषण दिलाने में मदद की है। हाल ही में उनके प्रयासों की हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने ऊना की यात्रा के दौरान सराहना की थी। क्षय रोग को नियंत्रित करने में हिमाचल अग्रणी राज्य है और हिमाचल द्वारा शुरू किए गए नए-नए नवाचारों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमेशा सराहा और सराहा जाता है।
मन की बात में किन्नौर के श्री ज्ञान सिंह प्रधान का भी नाम लिया गया। वह अपनी जेब से खुद के संसाधन लगाकर अपनी पंचायत में क्षय रोग के मरीजों को सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना से ताल्लुक रखने वाले डॉ. अशोक भारद्वाज राष्ट्रीय क्षय रोग कार्यबल के अध्यक्ष हैं, जो भारत के सभी मेडिकल कॉलेजों में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की देखरेख करता है, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने टीबी को खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया है और उसके उद्देश्य स्पष्ट हैं। हम सभी उनके उद्देश्य को प्राप्त करने में मदद कर रहे हैं और हिमाचल सरकार आगे बढ़कर नेतृत्व कर रही है। उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि अधिक से अधिक लोगों को लोगों के समर्थन में आगे आना चाहिए ताकि हर कोई टीबी मुक्त समाज में योगदान दे सके।