सुजानपुर 20 जून। बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय सुजानपुर ने मंगलवार को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं स्थानीय सामुदायिक प्रतिनिधियों के लिए सुजानपुर में क्षमता निर्माण कार्यशाला आयोजित की। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि निरंतर घटता बाल लिंगानुपात समुदाय, समाज एवं राष्ट्र के लिए विगत कई दशकों से न केवल चिंता अपितु चिंतन का भी विषय है। जनगणना आंकड़े कन्याओं की निरंतर घटती जन्म दर की ओर इंगित करते आ रहे हैं। यह घटता लिंगानुपात जहां एक ओर समाज में व्याप्त बालिकाओं के साथ होने वाले जन्म पूर्व एवं जन्म पश्चात भेदभावों का संकेतक है, वहीं दूसरी ओर यह विवाह योग्य बालिकाओं की कमी एवं बालिकाओं तथा महिलाओं के साथ बढ़ते लैंगिक उत्पीडऩ का भी कारण बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में बालिकाओं एवं महिलाओं के प्रति सामाजिक पूर्वाग्रह के विरुद्ध सभी को एकजुट होने की आवश्यकता है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी ने कहा कि लैंगिक समानता के माध्यम से ही हम एक सुव्यवस्थित, स्वस्थ एवं प्रगतिशील समाज की नींव रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में सरकार एवं प्रशासन की सक्रियता तथा अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं यथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा कार्यकर्ता और पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के अथक परिश्रम के परिणामस्वरूप इस दिशा में सार्थक प्रगति हुई है। बेटियों के पक्ष में हो रहे इस सकारात्मक सुदृढ़ीकरण को स्थायित्व प्रदान करने के लिए अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं और पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को और अधिक क्षमतावान, सामथ्र्यवान और संवेदनशील बनाए जाने की आवश्यकता है। कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि यह संवेदीकरण कार्यशाला इसी दिशा में एक सार्थक कदम है। इस अवसर पर बीडीसी अध्यक्ष अंजना ठाकुर, उपाध्यक्ष राजेश, खंड विकास अधिकारी राजेश्वर भाटिया और अन्य अधिकारी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
लैंगिक समानता से ही होगा स्वस्थ एवं प्रगतिशील समाज का निर्माण
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