चंबा(डलहौजी), 25 जून : कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने आज डलहौजी के समीप कृषि विभाग के आलू गुणन फार्म का निरीक्षण किया I निरीक्षण के दौरान कृषि मंत्री ने अधिकारियों को फार्म के चारों और बाड़ लगाने के निर्देश दिए ताकि फसलों को जंगली जानवरों के नुकसान से बचाया जा सके।
उन्होंने अधिकारियों को कहा कि पोषक अनाज की खेती, जंगली गेंदे की खेती या फलदार पौधे लगाने की संभावनाएं तलाशें ताकि इस फार्म का अधिक से अधिक लाभ लिया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस बीज गुणन फार्म का कुल क्षेत्रफल 8.58 हेक्टेयर है जिसमें से 3.33 हेक्टेयर क्षेत्र ही कृषि योग्य है I इस खरीफ मौसम में फार्म में स्थानीय राजमाह तथा कोदरा के बीजों का गुणन किया जाएगा I पैदावार निकलने के बाद यह बीज अगले वर्ष अन्य किसानों को वितरित किए जाएंगे क्यूंकि राजमाह की अन्य किस्मों के मुकाबले जिला चंबा के स्थानीय राजमाश बाजार में अच्छे दामों पर बिकते हैं I
उन्होंने बताया इस आलू गुणन फार्म का वर्ष 1952 से कृषि बीज उत्पादन किया जा रहा है I इस फार्म में पहले बीज आलू का गुणन किया जाता था लेकिन वर्ष 2019 में पाया गया कि हिमाचल प्रदेश के विभिन्न आलू गुणन फार्मों में पोटैटो सिस्ट नेमाटोडे नाम के जीवाणुओं की संख्या अधिक होने के कारण यहां पर पैदा किए गए आलू के बीज को जब किसान खेतों में लगाएंगे तो पैदावार में कमी आयेगी ।
इसके मद्देनजर ही फार्म में आलू के बीज का उत्पादन बंद कर दिया गया।
प्रो.चंद्र कुमार ने इस फार्म में आ रही समस्याओं के समाधान के लिए विभाग को निर्देशित भी किया।
इस दौरान उप निदेशक कृषि डॉ. कुलदीप धीमान ने कृषि मंत्री को शॉल टोपी भेंट कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर पूर्व शिक्षा मंत्री आशा कुमारी, एसडीएम डलहौजी अनिल भारद्वाज,
उप निदेशक कृषि डॉ. कुलदीप धीमान, विषयवाद विशेषज्ञ चुवाड़ी डॉ सनी पटियाल, उप मंडलीय भू संरक्षण अधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर के अतिरिक्त सचिव कृषि उत्पाद मंडी समिति चंबा डॉ. भानु प्रताप भी उपस्थित रहे I