ऊना, 7 जुलाई – जिला ऊना में चल रहे 5वें फसल बीमा सप्ताह का शुक्रवार को समापन्न हुआ। इस बारे जानकारी देते हुए कृषि उप निदेशक कुलभूषण धीमान ने बताया कि सप्ताह के दौरान जिला में विभिन्न स्थानों पर कृषि विभाग द्वारा एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कम्पनी के सहयोग से किसान जागरूकता कैम्पों का सफल आयोजन किया गया। जागरूकता शिवरों के माध्यम से विभाग द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न स्कीमों तथा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एवं मौसम आधारित फसल बीमा योजना के बारे में किसानों को अवगत करवाया गया।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ 2023 की मुख्य फसलें मक्की व धान का बीमा करवाने की अंतिम तिथि 15 जुलाईनिर्धारित की गई है। किसानों द्वारा देय प्रीमियम की राशि 48 रूपये प्रति कनाल तय की गई है जिसकी बीमित राशि 24 सौ रूपये प्रति कनाल है।
उप निदेशक कुलभूषण धीमान ने बताया कि मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अंतर्गत खरीफ, 2023 की मुख्य फसल आलू है जिसकी बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 अगस्त निर्धारित की है। किसान द्वारा देय प्रीमियम की राशि 300 रूपये प्रति कनाल है जिसकी बीमित राशि 6 हज़ार रूपये प्रति कनाल रहेगी। उन्होंने बताया कि जिन किसानों के कृषि कार्ड बने हुए हैं उनकी फसलों का बीमा संबंधित बैंक शाखा द्वारा स्वतः कर दिया जाता है। जबकि जिनके कृषि कार्ड नहीं बने हैं वे अपनी फसलों का बीमा किसी भी नजदीकी लोक मित्र केंद्र के माध्यम से करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि खरीफ 2022 की फसलों का क्लेम कम्पनी द्वारा वितरित कर दिया गा है जिसमें खीफ आलू फसल का क्लेम एक करोड़ 60 लाख एवं खरीफ मक्की व धान का क्लेम लगभग एक करोड़ 4 लाख वितरित किया गया है।
उपनिदेशक कृषि कुलभूषण धीमान ने किसानों से तय समय सीमा के तहत अपनी फसलों का बीमा करवाने का आहवान किया है ताकि आने वाले समय में मौसम की विपरीत परिस्थितियों से फसलों को होने वाले नुक्सान की भरपाई की जा सके।