धर्मशाला, 20 जुलाई। राज्य में आई प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रभावशाली नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने अनुकरणीय कार्य किया है। धर्मशाला में आज वीरवार को प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक सुधीर शर्मा ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों आई प्राकृतिक आपदा से हिमाचल प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्वयं मौके पर रहकर राहत और बचाव कार्यों को लीड किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने खुद इस आपदा के समय में खराब मौसम के चलते ग्राउंड जीरो पर जाकर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया तथा राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने समय-समय पर हालात का जायजा लिया और अधिकारियों को राह दिखाई। उन्होंने कहा कि आपदा में फसे लोगों के की सुरक्षित निकासी, उनके भोजन और दवाइयों की व्यवस्था करवाई। सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश में पहली बार राहत और बचाव कार्य ऐसे युद्धस्तर पर हुआ है। उन्होंने कहा कि 48 घंटो के अंदर अधिकतम क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों, बिजली एवं पानी आदि की अवरुद्ध सकीमों को बहाल किया गया। उन्होंने कहा कि बहुत से सैलानी जो देश और विदेश से घूमने हिमाचल आए थे उनको मुख्यमंत्री के प्रयासों से सुरक्षित उनके घरों तक पहुँचाया गया।
उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभवितों से सीधा संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने उनका हौंसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को हर सम्भव सहायत उपालब्ध करवाने का आश्वासन देते हुए प्रशासन को मौके पर निर्देश दिए। मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुखु ने आपदा प्रभावितों के दुख दर्द को देखते हुए तुरंत राहत कोष बनाया और पुरे देश से इस आपदा के समय मे सहायता करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मानवीय संवेदनाओं और व्यावहारिकता को दिखाते हुए आपदा प्रभावितों को मिलने वाली मुआवजा राशि में बढ़ोतरी कर एक नवीन पहल की।
उन्होंने कहा कि इससे आपदा से प्रभावित प्रत्येक वर्ग, चाहे वो किसान है, दुकानदार हैं या अन्य लोग हैं, जिन्होंने अपना सब कुछ इस प्राकृतिक आपदा में गवाया है उनको सहायता पहुंचाई है। इसके अलावा आपदा प्रभावित इमारते और रास्ते, आदि जो जर्जर हालत में है, उन्हें पंचायत के द्वारा मनरेगा के अन्तर्गत करवाने की पहल कदमी की। सुधीर शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार है तथा प्रदेश के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ी है।