कुल्लू 24 जुलाई
कुल्लू जिला में भारी बारिश के आई बाढ़ वह भूस्खलन के कारण जिले के लोगों को भारी नुकसान हुआ है इ।स दुख की घड़ी में आपदा प्रभावितों को सहायता देने के लिए अनेक स्वयंसेवी संगठन वह अन्य लोग आगे आ रहे हैं । प्रभावित लोगों को सही प्रकार से राहत सामग्री उपलब्ध हो इस उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा डाइट के प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में एक समन्वय कमेटी का गठन किया गया है ।
यह जानकारी उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने देते बताया कि इस दुःखद आपदा की घड़ी में राहत सामग्री प्रदान करने वाली संस्थाओं के साथ समन्वय स्थापित कर यह कमेटी आवश्यकता अनुसार प्रभावितों को राहत सामग्री आवंटित कर रही हैं।ताकि कोई भी प्रभावित राहत सामग्री से बंचित न रहें।
गर्ग ने बताया कि जिले में आपदा प्रभावितों को अब तक 27 स्वयंसेवी संस्थाओं से संपर्क हुआ है जो प्रभावित लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने की इच्छुक है उन्होंने कहा कि अभी तक आपदा प्रभावितों के लिए पंजाब के महेश शर्मा व अमजद खान की टीम द्वारा सेंज बाजार में प्रभावित परिवारों के लिए सामुदायिक रसोई आरंभ की गई है जहां पर प्रतिदिन 500 से अधिक लोगों को खाना खिलाया जा रहा है
इसी प्रकार प्रमुख सामाजिक संस्था हेल्प एज इंडिया द्वारा लंका बेकर कुल्लू में 300 लोगों को प्रतिदिन भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। फेडरेशन ऑफ सोशल वेलफेयर चंडीगढ़ द्वारा प्रभावितों को 150राशन किट उपलब्ध करवाई गई है । इसी प्रकार जिला रेड क्रॉस सोसाइटी कुल्लू द्वारा 400 कंबल 2000 तरपाल, 400 हाइजीन किट, 480 किचन सेट ,300 बाल्टियां तथा 50 गद्दे उपलब्ध करवाए गए हैं।
उपायुक्त ने बताया कि रोटरी क्लब कुल्लू ने भी आपदा की इस घड़ी में हाथ बढ़ाया है ।उन्होंने कहा कि रोटरी क्लब कुल्लू ने जिला रेड क्रॉस सोसायटी को 51 हजार का अंशदान किया है इस के अतिरिक्त 80 किट राहत सामग्री आपदा प्रभावितों को वितरित किये हैं।
उपायुक्त ने बताया कि नई दिल्ली की गुंजन संस्था द्वारा भी आपदा प्रभावितों को 250 राशन किट तथा 250 तरपाल उपलब्ध कराए गए हैं ।मुख्तसर आश्रम ट्रस्ट पंजाब ने भी आपदा प्रभावितों को 896 राशन किट तथा 40 पेटी मिनरल वाटर व 125 तिरपाल अनिल आहूजा के नेतृत्व में समन्वय समिति को सौंपें है संस्था ने ओर तरपाल भेजने को कहा है गूंज संस्था द्वारा उपलब्ध कराए गए 250 राशन किट तथा 250 तरपाल सेंज के लिए आपदा प्रभावितों को वितरित करने के लिए भेजे गए हैं। जिन्हें आज आपदा प्रभावितों को वितरित कर दिया गया है।