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ऊना, 2 अगस्त – ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों तथा परियोजनाओं में तीव्रता लाई जाए तथा उन्हें निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाए ताकि संबंधित क्षेत्र के लोगों को इनका लाभ प्राप्त हो सके। यह निर्देश उपायुक्त ऊना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (डीआरडीए) राघव शर्मा ने पंचायती राज व ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही योजनाओं से संबंधित समीक्षा बैठक में उपस्थित अधिकारियों को दिए। उपायुक्त ने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लंबे समय से शुरु न किए गए विकास कार्यों की धनराशि वापस करना सुनिश्चित करें ताकि अन्य स्थानों पर जनहित में उसे खर्च किया जा सके। इसके अलावा पूर्ण किए जा चुके कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्रों को एमआईएस पोर्टल पर अपडेट करना सुनिश्चित किया जाए।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 की प्रथम तिमाही में मनरेगा के तहत कार्य दिवस के लक्ष्य को शत-शत हासिल कर लिया गया है इसके अलावा 96ः मनरेगा मजदूरों को को आधार आधारित मजदूरी प्रदान की जा रही है। अमृत सरोवर योजना के तहत जिला में 337 तालाबों का निर्माण पूरा कर लिया गया है तथा आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान जिला में निर्मित सबसे बेहतर अमृत सरोवर बाली ग्राम पंचायत को पुरस्कृत किया जाएगा। राघव शर्मा ने बताया कि जिला परिषद ऊना में 31 जुलाई 2023 तक 15वें वित्त आयोग के तहत विभिन्न कार्यों के लिए 11 करोड 55 लाख 72 हजार 600 रुपए की ग्रांट प्राप्त हुई है जिसमें से 6 करोड़ 80 लाख 34 हजार 761 रुपए व्यय किए जा चुके हैं। 15वें वित्त आयोग के तहत जिला में पंचायत समिति के माध्यम से 31 जुलाई 2023 तक 11 करोड 52 लाख 46 हजार 890 की ग्रांट प्राप्त हुई है जिसमें से 5 करोड़ 36 लाख 87 हजार 287 रुपए व्यय किए जा चुके हैं। इसके अलावा जिला की 245 ग्राम पंचायतों में 15वें वित्त आयोग के तहत 31 जुलाई 2023 तक 27 करोड 47 लाख 72 हजार 192 रुपए व्यय किए जा चुके हैं। विशेष घटक योजना के तहत जिला में 6 सामुदायिक भवनों का निर्माण किया जा रहा है तथा इन पर 30 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
बैठक में मनरेगा, मुख्यमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री लोक भवन, स्वच्छ भारत मिशन, अमृत सरोवर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत समिति तथा जिला परिषद द्वारा ग्राम पंचायतों के माध्यम से किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों वारे विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर, परियोजना अधिकारी (डीआरडीए) संजीव ठाकुर, जिला योजना अधिकारी जीवन कुमार, विभिन्न विकास खंडों के बीडीओ के अलावा कई अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।