ऊना, 10 अगस्त – ज़िला स्तरीय बैंक सलाहकार एवं समीक्षा बैठक अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर की अध्यक्षता में बचत भवन ऊना में समपन्न हुई। बैठक में बैंकों को वार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूर्ण करने को कहा ताकि लोगों की आर्थिक जरूरतों कों पूरा किया जा सके। उन्होंने बैकों को किसानों को अधिक से अधिक कृषि कार्ड वितरित, कृषि औजारों हेतु ऋण प्रदान करने तथा लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सामाजिक सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए सभी बैंक और सरकारी/गैर सरकारी अधिकारी भरसक प्रयास करें।
उन्हांेने अधिक से अधिक किसानो को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत शामिल करने को कहा। उन्होंने 15 अगस्त से 15 सितम्बर तक कृषि, पशुपालन और बैंक अधिकारी किसान को जागरूक करने के लिए मिशन मोड पर कार्य करें ताकि अधिक से अधिक किसान कृषि योजनाओं से लाभान्वित हो सके। उन्हांेने प्रधानमंत्री स्वाबलम्बन योजना, मुख्यमंत्री स्वाबलम्बन योजना व एससी/एसटी कॉर्पोरेशन महिला विकास के लंबित मामलों को एक माह के भीतर निपटाने के निर्देश दिए।
एडीसी ने बताया कि खरीफ फसल बीमा योजना के तहत जिला के 436 किसानों ने आलू की फसल का बीमा करवाा जिसमें प्रीमियम 34 लाख रूपये जमा हुआ तथा किसानों को 1.60 करोड़ रूपये का क्लेम बैकों के माध्यम से किसानों को दिया गया है। रबी सीज़न में मक्की की फसल के लिए 16,837 किसानों ने 46.41 लाख प्रीमियम जमा करवाया तथा 96.26 लाख रूपये का क्लेम किसानों को दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त 351 किसानों ने 1.59 लाख रूपये का प्रीमियम जमा करवाया तथा 7.36 लाख रूपये का क्लेम किसानों को दिया गया है। उन्होंने कहा कि मनरेगा तथा प्रधानमंत्री स्वाबलम्बन योजना के तहत लाभ लेने के लिए पात्र व्यक्ति अपना आधार कार्ड बैंक के साथ लिंक करवाना सुनिश्चित करें।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बैकों को जिला में अधिक से अधिक लोगों को बैंको की विभिन्न ऋण योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे जहां आम लोग और उधमी लाभान्वित होंगे वहीं जिला की ऋण-जमा अनुपात में भी काफी सुधार होगा। उन्हांेने सभी बैंको को निर्देश दिए कि सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं के तहत ऋण आवेदनों को समय पर मंजूरी दें। उन्होंने शहरी स्थानीय निकाय ऊना और बैंकों को निर्देश दिए कि वे सभी प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत सभी पात्र लोगों को ऋण दें। उन्होंने कृषि और अन्य विभागों को कहा कि वे बैंकों के साथ मिलकर वितीय साक्षरता शिविर लगाये।
इस मौके पर ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की सलाहकार समिति की बैठक का भी आयोजन किया गया। आरसेटी के निदेशक संदीप ठाकुर ने बताया कि 18 से 45 वर्ष तक के युवाओं को विभिन्न कृषि उत्पादों के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसके तहत अभी तक आठ बैच प्रशिक्षित किए जा चुके हैं। जबकि पंजावर में एक बैच डेयरी फार्मिंग का चल रहा है। उन्होंने कहा कि आरसेटी द्वारा युवाओं को कम्पयूटर ऐपलीकेशन का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। प्रशिक्षण के इच्छुक युवा किसी भी कार्य दिवस पर आरसेटी कार्यालय मंे आकर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।
बैठक में पहली तिमाही में बैंकों द्वारा लक्ष्यों के बदले उपलब्धियों की समीक्षा करते हुए एडीसी ने बताया कि ज़िला के बैंकों ने जून, 2023 तक 2401.56 करोड़ के ऋणों के वार्षिक लक्ष्य के बदले 903.45 करोड़ के ऋण वितरित किये। उन्होंने बताया कि बैंकों की जमा राशि 12821.06 करोड़ हो गयी है जिसमें 11.31 प्रतिशत बार्षिक दर से वृद्धि हुई है। जबकि ऋण 9.66 प्रतिशतता की दर से बढ़ कर 3876.40 करोड़ हो गया है। ज़िला का ऋण जमा अनुपात बर्ष में 30.23 प्रतिशत हो गया है। उन्हांेने बताया कि ज़िला का ऋण जमा अनुपात राष्ट्रीय लक्ष्य 60 प्रतिशत की अपेक्षा कम है। एडीसी ने बताया कि बैंकों का ऋण जमा अनुपात सुधारने हेतु बैंकों और सरकारी विभागों को भरसक प्रयत्न करने चाहिए।
एडीसी ने बताया कि ज़िला में बैंकों ने 30 जून, 2023 तक किसानों को 63,979 कृषि कार्ड वितरित किए है। जून तिमाही में बैंकों ने 410 कृषि कार्डों का वितरण किसानों को किया गया है। बैंकों का कृषि ऋण 717.70 करोड़ है जोकि कुल ऋणों का 18.50 प्रतिशत है। एडीसी ने ज़िला की जनता के जीवन स्तर को सुधारने हेतु हर संभव सहायता करने तथा किसानो की आय बढ़ाने हेतु किसानों को आवश्यक ऋण वितरित करने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने जमा ऋण अनुपात को बढ़ाने हेतु बैंको को आवश्यक कदम उठाने तथा निर्धारित लक्ष्यों तथा नीतियों का पालन करने के लिए बैंकों तथा सरकारी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस बैठक में जिला परिषद् अध्यक्ष नीलम कुमारी, पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य प्रबन्धक युवराज आनंद, मुख्य ज़िला अग्रणी बैंक प्रबन्धक गुरचरण भट्टी, जिला विकास अधिकारी भारतीय रिजर्व बैंक भरत राज आनंद, जिला विकास प्रबन्धक सबरीना राजवंशी, विभिन्न बैंकों के ज़िला समन्वयकों तथा सरकारी/गैर सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया