हमीरपुर 18 अगस्त। युवाओं और किशोर-किशोरियों को एचआईवी-एड्स के प्रति जागरुक करने के लिए इस माह हमीरपुर जिले में नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (नाको) और हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी (एचपीसैकस) के निर्देशानुसार यूथ फैस्ट-2023 के तहत मिनी मैराथन, क्विज, स्किट और रील प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने शुक्रवार को इस संबंध में गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता करके यूथ फैस्ट-2023 की गतिविधियों की रूपरेखा तय की।
उपायुक्त ने कहा कि इन गतिविधियों में उन सभी शिक्षण संस्थानों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, जहां रेड रिबन क्लब संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मिनी मैराथन प्रतियोगिता अणु के सिंथेटिक ट्रैक पर आयोजित की जाएगी। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, युवा सेवाएं एवं खेल विभाग और डिग्री कालेज के अधिकारियों को मिनी मैराथन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए। इसमें प्रथम पुरस्कार के रूप में 4000 रुपये, द्वितीय 2000 रुपये और तृतीय पुरस्कार 1500 रुपये के अलावा 700-700 रुपये के सात सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
उपायुक्त ने कहा कि एचआईवी-एड्स पर आधारित नाटक प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमश: 7000 रुपये, 5000 रुपये और 3000 रुपये की राशि दी जाएगी। रील प्रतियोगिता के विजेता को 1500 रुपये, उपविजेता को 1000 रुपये और तृतीय स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागी को 500 रुपये के नकद ईनाम दिए जाएंगे। रील वीडियो की अवधि 30 सेकंड से लेकर एक मिनट तक होनी चाहिए। इसी प्रकार आठवीं, नौंवीं और ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जाने वाली क्विज स्पर्धा में पहले तीन पुरस्कारों के रूप में क्रमश: 3000 रुपये, 2000 रुपये और 1300 रुपये की राशि दी जाएगी। इसके अलावा 700 रुपये का सांत्वना पुरस्कार भी दिया जाएगा।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन सभी प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन और इनमें अधिक से अधिक विद्यार्थियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आईसीटी काउंसलरों और रेड रिबन क्लबों के नोडल अधिकारियों के माध्यम से शिक्षण संस्थानों में व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें। उन्होंने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को भी यूथ फैस्ट-2023 से संबंधित सभी गतिविधियों का प्रिंट एंड इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा सोशल मीडिया पर अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि एचआईवी-एड्स को केवल जागरुकता से ही नियंत्रित किया जा सकता है। विशेषकर, युवाओं और किशोरों पर विशेष रूप से फोकस किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर जिला एड्स नियंत्रण अधिकारी डॉ. राकेश कुमार ने विभिन्न गतिविधियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्रिहोत्री, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता, जिला युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी पूर्ण चंद कटोच और अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।