राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिला किन्नौर के रिकांग पिओ स्थित आईटीडीपी सम्मेलन कक्ष में स्थानीय क्षेत्र विकास समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मंत्री ने शोंगटोंग-करच्छम जल विद्युत परियोजना, काशंग जल विद्युत परियोजना व अन्य लघु जल विद्युत परियोजनाओं के प्रबंधकों एवं परियोजना प्रभावित पंचायतों के प्रतिनिधियों के साथ प्रभावित पंचायतों में चल रहे विकासात्मक कार्यों की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने समस्त परियोजना अधिकारियों को प्रभावित पंचायतों में चल रहे कार्यों को निर्धारित समय अवधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने शोंगटोंग करच्छम जल विद्युत परियोजना के निर्माण कार्य से निकले प्रदूषण के कारण कृषि व बागवानी की फसलों को हुए नुकसान का विवरण शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने हिमाचल प्रदेश पाॅवर काॅरपोरेशन लिमेटिड को प्रभावित पंचायतों के लोगों को रोजगार प्रदान करने के लिए विशेष भर्ती करने को भी कहा।
बैठक में अवगत करवाया गया की शोंगटोंग करच्छम बांध निर्माण स्थल के र्दाइं ओर सतलुज नदी की तट रेखा को सुरक्षित करने का कार्य प्रगति पर है। बैठक में अवगत करवाया गया कि जिला की ग्राम पंचायत तेलंगी को शोंगटोंग करच्छम परियोजना प्रभावित क्षेत्र में शामिल करने के लिए उपयुक्त रिपोर्ट भेजी जा चुकी है।
बैठक में काशंग जल विद्युत परियोजना के तहत चलाए जा रहे कैट प्लान के अंतर्गत अब तक किए गए कार्यों व व्यय बारे भी विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में 48 छोटे कार्य कैट प्लान के तहत किए जा रहे हैं। इसके तहत पौध रोपण का कार्य भी किया जा रहा है। इसके अलावा कैट प्लान के अंतर्गत किए जाने वाले सभी कार्यों में जीपीएस की स्थापना को अनिवार्य किया जाएगा तथा प्लान के तहत किए गए सभी कार्यों की सूचि तथा व्यय का ब्यौरा लाडा कार्यालय के साथ सांझा किया जाएगा।
इस अवसर पर उपमण्डलाधिकारी कल्पा डाॅ. मेजर शशांक गुप्ता, सहायक आयुक्त संजीव कुमार भोट, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सोनम नेगी, जिला परिषद उपाध्यक्ष प्रिया नेगी, जिला परिषद सदस्य हितेष नेगी, विभिन्न पंचायतों के जन प्रतिनिधि, विभिन्न परियोजनाओं के पदाधिकारियों सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।