नाहन 6, सितम्बर। उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने कहा है कि शिशुओं और गर्भधात्री माताओं को समुचित मात्रा में पोषाहार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पात्र लोगों को पोषाहार देने के लिए बाल विकास एवं महिला विकास के माध्यम से कई कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं जिन्हें सही परिप्रेक्ष्य में कार्यान्वित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से शिशुओं और गर्भधात्री माताओं को आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से समुचित मात्रा में पौष्टिक आहार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें कुपोषण का शिकार बच्चों और माताओं पर विशेष ध्यान केन्द्रित करने की आवश्यकता है।
उपायुक्त सुमित खिमटा बुधवार को बचत भवन नाहन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय पोषाहार शिविर की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
इस पोषाहार शिविर में लगभग 120 प्रतिभागियों ने भाग लिया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्वेश्य 1 सितम्बर 2023 से 30 सितंबर 2023 तक पूरे जिला मे मनाए जाने वाले पोषण माह के दौरान जिला सिरमौर में माह भर करवाए जाने वाले कार्यक्रमों एवं गतिविधियों बारे जानकारी प्रदान करना तथा कार्यक्रमों का विधिवत आयोजन करना है।
सुमित खिमटा ने कहा कि कुपोषण और एनिमिया के विरूद्ध सभी सम्बन्धित विभागों द्वारा जागरूकता अभियान चलाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और पंचायत स्तर पर सघन जागरूकता अभियान चलाये जायें जिससे अधिक से अधिक लोगों को पोषाहार योजना की सही जानकारी हासिल हो सके। उन्होंने कहा कि कुपोषण और रक्त की कमी बच्चों और गर्भधात्री माताओं के लिए जानलेवा हो सकते हैं इसलिए हम सभी को मिलकर पोषाहार कार्यक्रम को सफल बनाना चाहिए। कुपोषण और रक्त की कमी को दूर करने के लिए ग्रास रूट लेवल तक रोडमैप बनाये जाने की आवश्यकता है।
उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के लाभ से कोई भी पात्र छूटना नहीं चाहिए यह सुनिश्चित बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि समाज के अनाथ और परित्यक्त बच्चों और युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए सभी विभागों को मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना पर गंभीरता से कार्य करना चाहिए ताकि पात्र व्यक्ति को लाभान्वित किया जा सके।
सुमित खिमटा ने इस अवसर उपस्थित प्रतिभागियों को पोषाहार सम्बन्धी प्रतिज्ञा भी दिलवाई।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सिरमौर सुनील शर्मा ने महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न पोषाहार कार्यक्रमों के बावजूद भी कुपोषण और एनिमिया के मामले लगातार संज्ञान में आ रहे हैं जो कि चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि बाल एवं महिला विकास विभाग इस दिशा में गंभीरता से कार्य कर रहा है और अन्य सम्बन्धित विभागों को भी अपने स्तर पर प्रयास करने चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
पोषण अभियान के जिला समन्वयक राजेश शर्मा ने पोषण अभियान के बारे मे संक्षिप्त जानकारी प्रदान की और पोषण अभियान के अंर्तगत हर वर्ष मनाए जाने वाले पोषण माह के दौरान जिला सिरमौर मे आयोजित होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी।
इस शिविर में आयुर्वेद विभाग की ओर से डा. मंजु और स्वास्थ्य विभाग की ओर से डा. विनोद सांगल ने बतौर रिसोर्स पर्सन कुपोषण और एनिमिया आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
जिला परिषद अध्यक्ष सीमा कन्याल, नगर परिषद की अध्यक्ष श्यामा पुंडीर, उप निदेशक उच्च शिक्षा कर्मचंद, जिला पांचायत अधिकारी विक्रम ठाकुर, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक और खंड समन्वयक भी शिविर में उपस्थित थे।