0 0 lang="en-US"> जिला के लोगों की सेब तथा अन्य फसलों को मंडी तक पहुँचाने के किए जा रहे हैं उपयुक्त प्रबंध – जगत सिंह नेगी - ग्रेटवे न्यूज नेटवर्क
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जिला के लोगों की सेब तथा अन्य फसलों को मंडी तक पहुँचाने के किए जा रहे हैं उपयुक्त प्रबंध – जगत सिंह नेगी

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राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिला किन्नौर के टापरी स्थित मंडी का दौरा किया और उपस्थित बागवानों और आढ़तियों को आश्वासन देते हुए कहा की सेब की फसल को जिले के बाहर भेजने के लिए उपयुक्त प्रबंध किए जा रहे हैं।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सहित जनजातीय जिला किन्नौर के बागवानों की प्रमुख आजीविका सेब की फसल है। ऐसे में यह प्रदेश सरकार का दायित्व है कि सेब की फसलों को मंडी तक पहुंचाने में बागवानों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि निगुलसरी में बाधित हुई सड़क को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है तथा बागवानों को उनकी सेब तथा मटर सहित अन्य नकदी फसलों को मंडी तक पहंुंचाने में किसी प्रकार की बाधा न हो इसके लिए निगुलसरी में स्पेन की सुविधा तुरंत प्रभाव से आरंभ कर दी जाएगी।
बागवानी मंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार बागवानी हितैषी सरकार है तथा प्रदेश के किसानों व बागवानों की फसलों से होने वाली आमदनी में बढ़ौतरी के लिए तत्परता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर में जहां किसानों व बागवानों को उन्न्त किस्म के पौधे वितरित किए जा रहे हैं वहीं बागवानी विभाग के माध्यम से समय-समय पर बागवानी प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं जिसके माध्यम से किसानों व बागवानों को खेती करने के लिए नवीन उपकरण प्रदान किए जा रहे हैं तथा खेती की नवीन तकनीकों से भी अवगत करवाया जा रहा है।
इसके उपरांत, बागवानी मंत्री ने मीरु पंचायत के चोलिंग में स्थापित किन्नौर कैलाश एग्रो फ्रैश कम्पनी लिमेटिड ग्रेडिंग और पैकिंग इकाई का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर बागवानों को संबोधित करते हुए, बागवानी मंत्री ने कहा की जिला किन्नौर में बागवानों को एकजुट हो कर कार्य करने के लिए फार्म प्रोड्यूसर कंपनी (एफ.पी.सी) का स्थापित होना प्रशंसनीय है।
उन्होंने कहा कि बागवानों का समृद्ध होना आवश्यक है तथा बागवानों व किसानों को समृद्ध करने और एकजुट करने के उद्देश्य के लिए ऐसे एफ.पी.सी का गठन अनिवार्य है। उन्होंने कहा की जिला किन्नौर में इस प्रकार की पहल सराहनीय है। उन्होंने उम्मीद जताई की बागवानों के हितों में यह संगठन बढ़-चढ़कर कार्य करेगा। उन्होंने कहा की जिला किन्नौर के चोलिंग में स्थापित एफपीसी में 17 विभिन्न गांव के बागवान से संयुक्त तत्वाधान में स्थापित की गई है।


जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस दौरान एग्रो फ्रैश कम्पनी के सदस्यों के साथ बैठक की तथा सदस्यों द्वारा रखी गई सभी उचित मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन दिया।
इसके उपरान्त राजस्व मंत्री ने क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ में आयोजित किए जा रहे रक्तदान शिविर का भी शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि रक्तदान एक महादान है जिस दान से हम जरूरतमंद इंसान की जान बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति को साल में दो बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए। उन्होेंने जिला के सभी लोगों से रक्तदान शिविर में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने इस दौरान क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ का निरीक्षण भी किया तथा अस्पताल के अधिकारियों को अस्पताल में व्यवस्था से संबंधित उचित दिशा-निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा आपदा राहत कोष के लिए 01 लाख 01 हजार 01 रुपये के अंशदान का चैक राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी को भेंट किया गया।

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